Weather forecast Today : पश्चिमी विक्षोभ अब उत्तर भारत से पूर्वी दिशा में आगे निकल गया है। पांच फरवरी को कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों में इसके प्रभाव से बारिश और बर्फबारी हुई थी। अब इसके आगे जाने उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में भी मौसम साफ हो जाएगा। इसी बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत की तरफ आ रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक यह छह फरवरी यानी आज शाम तक पहाड़ों के पास पहुंचेगा। हालांकि इसके कमजोर होने के चलते में मौसम में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में, पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश में मौसम पहले की तरह ही साफ रहेगा। हालांकि मैदानी इलाकों में उत्तर पश्चिमी हवाएं और तेज हो जाएंगी। इसके चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी शहरों में न्यूनतम तापमान में एक बार फिर एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी। यानी ठंड अभी और सताएंगी।

Highlights
स्काई मेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल और झारखंड में मौसम का मिजाज 8 फरवरी तक बिगड़ा हुआ रहेगा। अनुमान है कि अगले दो दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि के साथ तेज़ हवाएँ भी चलेंगी जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक अनुमान है कि अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और केरल के एक-दो स्थानों पर भी बारिश के आसार हैं।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तरखंड की ऊँची पहाड़ियों पर हल्का हिमपात हो सकता है। इसके अलावा मैदानों में ठंडा हवाएं चलती रहेंगी। मौसम जानकारों का कहना है कि सर्दी अभी बरकरार रहेगी।
महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दक्षिण भारत के कई शहरों में अगले 24 घंटों में बारिश के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले दो-तीन दिनों में इन इलाकों में बारिश के आसार हैं।
राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के कई जिलों में एक बार फिर मौसम के बदले मिजाज ने ठंड बढ़ा दी है। इसके चलते हवाई सेवाएं भी प्रभावित हैं। गुरुवार सुबह से भी छाई धुंध और कोहरे के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो गई। वहीं, तेज बारिश ने मौसम को और बिगाड़ दिया है। विजिबिलिटी कम होने से दिल्ली से रायपुर आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट को नागपुर डायवर्ट किया गया है। दूसरी ओर सुकमा में भी खराब मौसम के चलते तीन दिन से मतदान दल फंसा हुआ है।
पाकिस्तान की तरफ से चली ठंडी हवा ने एक बार फिर से झारखंड के मौसम का रूख बदल दिया है। लोग ठंड से पूरी तरह से ऊबर नहीं पा रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लेह, लद्दाख व राजस्थान सहित पूरा झारखंड फिर से ठंड की चपेट में आ गया है। आम तौर पर वसंत ऋतु में मौसम सुहावना हो जाता है, लेकिन इस बार नजारा कुछ और ही है। मौसम में आये इस बदलाव पर मौसम वैज्ञानिक भी चिंतित हैं। इसे ग्लोबल वार्मिंग या फिर ग्लोबल क्लाइमेट चेंज से जोड़ कर देखा जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार सुबह बादल छाने के साथ ही न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 95 प्रतिशत रहा। उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान के लगभग 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजकर 34 मिनट पर 251 था जो कि ‘‘खराब’’ श्रेणी में आता है।