Mumbai Rains, Weather forecast Today India Updates: मुंबई और आसपास के इलाकों में गुरुवार को एक बार फिर भारी बारिश का असर देखा जा सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा मुंबई, थाणे और आसापास इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिलेवार पूर्वानुमान के मुताबिक 18 से 25 सितंबर के बीच महाराष्ट्र के अंदरुनी क्षेत्रों में बारिश में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
IMD द्वारा रिलीज किए गए आंकड़ों के मुताबिक मुंबई सितंबर में रिकॉर्ड बारिश के रिकॉर्ड को छूने में महज 6.3 मिमी दूर है। एक सितंबर सुबह 8:30 बजे से 17 सितंबर तक शहर में रिकॉर्ड 913.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। एतिहास रिकॉर्ड की बात करें तो मुंबई में सितंबर माह से सबसे अधिक बारिश 920 मिमी 1954 में हुई, जबकि शहर में इस महीना औसत 327.1 मिमी बारिश होती है।
दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का अक्षेत्र बना हुआ है और मानसून ट्रफ हरियाणा से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल तक बनी हुई है। इससे उत्तर प्रदेश के पूर्वी और मध्य भागों के साथ-साथ बिहार, झारखंड, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में कई जगहों पर मध्य और कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबकि 23 सितंबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 19 और 20 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के मध्य पर्वतीय क्षेत्रों शिमला, सिरमौर, सोलन, चंबा, मंडी, कुल्लू में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
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मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के पूर्वानुमान के मुताबिक ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगीय इलाकों में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इसी बीच देश के मध्य भागों के ज्यादातर इलाकों में बारिश की तीव्रता में कमी आ रही है। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि मध्य प्रदेश पर बना निम्न दबाव का अक्षेत्र अब निषप्रभावी हो गया है।
हालांकि एक दो स्थानों पर बारिश से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उत्तर प्रदेश से तेलंगाना तक एक ट्रफ रेखा सक्रिया हो गई है। जिसके चलते अनुमान है कि मध्य प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र के विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी छत्तीसगढ़ के एक-दो क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है।

Highlights
पुणे में मूसलाधार बारिश के बाद अलग-अलग घटनाओं में करीब 11 लोगों की मौत हो गई। राज्य एवं जिला आपदा नियंत्रण के मुताबिक शिवपुर में पांच लोग बाढ़ के पानी में बह गए। वहीं, अर्निश्वर कॉम्पलेक्स की दीवार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई और वहीं कईयों के मलबे में दबे होने की आशंका है। मलबे में दबे लोगों के निकालने में राहत एवं बचाव टीम लगी हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार महाराष्ट्र के पालघर, रायगढ़, जलगांव और सतारा में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया है।
महाराष्ट्र में रुक-रुककर बारिश का आना जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को मुंबई में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने बुधवार को यलो और गुरुवार के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
जिलेवार पूर्वानुमान के मुताबिक 18 से 25 सितंबर के बीच महाराष्ट्र के अंदरुनी क्षेत्रों में बारिश में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। IMD द्वारा रिलीज किए गए आंकड़ों के मुताबिक मुंबई सितंबर में रिकॉर्ड बारिश के रिकॉर्ड को छूने में महज 6.3 मिमी दूर है।
दिल्लीवासियों के लिए बुधवार की सुबह काफी उमस भरी रही। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है। आर्द्रता 85 फीसदी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने शाम या रात के समय बहुत हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मुंबई और आसपास के इलाकों में गुरुवार को एक बार फिर भारी बारिश का असर देखा जा सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा मुंबई, थाणे और इसके आसापास इलाकों में भारी से बहुत भारी के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिलेवार पूर्वानुमान के मुताबिक 18 से 25 सितंबर के बीच महाराष्ट्र के अंदरुनी क्षेत्रों में बारिश में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में फिर शुरू हुए मानसूनी बारिश के सिलसिले और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा से गंगा, यमुना और घाघरा समेत विभिन्न नदियां जबर्दस्त उफान पर हैं। केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक यमुना नदी औरैया, कालपी (जालौन), हमीरपुर, चिल्लाघाट (बांदा) और नैनी (प्रयागराज) में खतरे के निशान को पार कर गई है। वहीं, गंगा नदी गाजीपुर और बलिया में कहर ढा रही है। इन दोनों ही स्थानों पर यह लाल चिह्न से ऊपर बह रही है। साथ ही कचलाब्रिज (बदायूं), फाफामऊ (प्रयागराज), इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है।
घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गयी है, जबकि तुर्तीपार (बलिया) में यह इस चिह्न के नजदीक बह रही है। शारदा पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में वहीं, बेतवा नदी सहिजना (हमीरपुर) में लाल निशान के ऊपर बह रही है। जालौन, बलिया और बांदा समेत बाढ़ प्रभावित विभिन्न इलाकों में अफरा—तफरी का आलम है। सैलाब से प्रभावित गांवों के बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में फिर शुरू हुए मानसूनी बारिश के सिलसिले और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा से गंगा, यमुना और घाघरा समेत विभिन्न नदियां जबर्दस्त उफान पर हैं। केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक यमुना नदी औरैया, कालपी (जालौन), हमीरपुर, चिल्लाघाट (बांदा) और नैनी (प्रयागराज) में खतरे के निशान को पार कर गयी है। वहीं, गंगा नदी गाजीपुर और बलिया में कहर ढा रही है। इन दोनों ही स्थानों पर यह लाल चिह्न से ऊपर बह रही है। साथ ही कचलाब्रिज (बदायूं), फाफामऊ (प्रयागराज), इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है।
मौसम विभाग के मुताबकि 23 सितंबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 19 और 20 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के मध्य पर्वतीय क्षेत्रों शिमला, सिरमौर, सोलन, चंबा, मंडी, कुल्लू में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
पूर्वांचल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश और आकाशीय बिजली के चलते 13 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। यह घटना जौनपुर आजमगढ़ और चंदौली के इलाके में हुई है। वहीं 12 लोग वज्रपात के चलते झुलसे भी हैं।
दिल्लीवासी मंगलवार सुबह उमस भरी गर्मी से परेशान रहे। इस दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य तापमान से तीन डिग्री अधिक 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सुबह सापेक्ष आर्द्रता 73 प्रतिशत रही। मौसमविद ने दिन में बादल छाए रहने और शाम के वक्त हल्की बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार हालात पर नजर रखे हुए है और बचाव एवं राहत कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान के इन इलाकों में बाढ़ की स्थिति का एक कारण मध्य प्रदेश से आने वाल पानी भी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश से लगातार छोड़े जा रहे पानी को लेकर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से बातचीत की है। दोनों राज्यों के मुख्य सचिव इसे लेकर लगातार संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल बरसात के मौसम में अभी तक विभिन्न जिलों में बिजली गिरने, दीवार गिरने, पानी में बह जाने से करीब 54 लोगों की मौत हुई है। लगभग सभी लोगों को सहायता राशि मिल गयी है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने दो वरिष्ठ मंत्रियों के साथ सोमवार को कोटा, झालावाड़ व धौलपुर जिले के बाढ़ प्राभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और कहा कि बचाव एवं राहत कार्यों में कोई कमी नहीं की जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी इलाके का दौरा किया और प्रभावितों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री गहलोत, आपदा प्रबंधन व राहत मंत्री भंवर लाल मेघवाल तथा विधायी कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने हेलीकॉप्टर से तीनों जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे किया। बचाव एवं राहत कार्य में सेना की मदद ली जा रही है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी मदद कर रही हैं। शनिवार से अभी तक लगभग पांच हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मध्य प्रदेश सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को बताया कि राज्य में मॉनसून के इस मौसम में अतिवृष्टि और बाढ़ से करीब 10,000 करोड़ रुपये के नुकसान का शुरुआती अनुमान लगाया गया है। राज्य के मुख्य सचिव सुधि रंजन मोहंती ने इंदौर प्रेस क्लब में संवाददाताओं से कहा, "हमारी तैयार शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में अतिवृष्टि और बाढ़ से फसलों को करीब 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान का अनुमान है। इसके अलावा, लगभग 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान घरों, सड़कों, इमारतों और अन्य सरकारी तथा निजी संपत्तियों को हुआ है।"
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर और नीमच जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों पानी में चलकर दौरा किया। प्रदेश में झाबुआ जिले के थांदला और धार जिले के बदनावर में रविवार सुबह से सोमवार सुबह तक सबसे अधिक 15 सेमी बारिश दर्ज की गई है।
भोपाल में लगभग एक सप्ताह से भी अधिक समय तक गीले मौसम के बाद मंगलवार को तेज धूप दिखाई दी। मध्य प्रदेश जल संसाधन विभाग की वेबसाइट की ताजा जानकारी के अनुसार प्रदेश की प्रमुख नदियां नर्मदा, पार्वती, बेतवा, केन और चंबल खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। लेकिन मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मंगलवार सुबह तक पांच जिलों हरदा, होशंगाबाद, रायसेन, राजगढ़ और सीहोर जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। इसी प्रकार सागर और अलीराजपुर सहित 12 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है।
मध्य प्रदेश के मंदसौर और नीमच जिलों में मंगलवार को बारिश में कमी होने पर हालात सामान्य हो रहे हैं। इससे पहले दो दिन तक यहां भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया था।भारत मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल कार्यालय के ड्यूटी ऑफिसर आरआर त्रिपाठी ने बताया कि आज मध्य प्रदेश में वर्षा गतिविधि कम हो गई है। हालांकि उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से सटे मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में मानसून सक्रिय है।
दक्षिण पूर्वी राजस्थान, कोंकण, गोवा और दक्षिणी गुजरात में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मध्य मराहाष्ट्र में हल्की बारिश हो सकती है मगर पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के अधिकांश स्थानों पर मौसम पूरी तरह शुष्क रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक इन इलाकों में बहुत गर्म रहने का भी अनुमान है।