चक्रवाती हवाओं का एक अक्षेत्र दक्षिणी पूर्वी अरब सागर में बना हुआ है और इसके भीषण चक्रवात में बदलने का अनुमान है। चक्रवात के चलते केरल में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है और इसके साथ ही तमिलनाडु में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। तटीय व दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ-साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। चेन्नई, बेंगलुरु में मध्यम बारिश तो कोच्चि और मंगलौर में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक देश के मध्य भागों में महाराष्ट्र के कुछ भागों, मध्य प्रदेश, दक्षिण कोंकण और गोवा व देश के दक्षिणी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गुजरात और छत्तीसगढ़ में भी हल्की बारिश संभव है। देश के पूर्वी हिस्सों की बात करें तो मेघालय पर एक चक्रवाती हवाओं का अक्षेत्र बना हुआ है। जिसके चलते मेघालय, मणिपुर और मिजोरम में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो शहर में प्रदूषण का स्तर खराब से बहुत अधिक खराब श्रेणी मापा जा सकता है।।

Highlights
देश की राजधानी पर गुरुवार की सुबह भी जहरीली धुंध की चादर छायी रही तथा इसकी वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन बदतर रही। इससे दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ने की आशंका है।सुबह 8 बजे, शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 408 था, जो बुधवार की रात 8 बजे 415 दर्ज किया गया था। एक्यूआई का 415 की तुलना में 408 होना बेहतर है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर में कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक कल दिन में 410 से 420 के बीच रहा था।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रमुख शहर नोएडा में बृहस्पतिवार को हवा और भी जहरीली हो गई। कल यहां पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 441 था जो आज बढ़कर 460 हो गया। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोडÊ के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि आज सुबह नोएडा में एक्यूआई का स्तर 460 था। उन्होंने बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए कारण दीपावली पर हुई आतिशबाजी तथा पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने को बताया। कुमार ने बताया कि एक-दो दिन में तेज हवा चलने का अनुमान है। उसके बाद ही वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
मौसम विज्ञान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक दक्षिणी और पश्चिमी राजस्थान में अगले 2 दिनों तक हल्की बारिश हो सकती है लेकिन राजस्थान के बाकी भागों में केवल बादल छाए रहेंगे।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक पुणे, रत्नागिरी, कोल्हापुर, सोलापुर, सांगली तथा सतारा में तेज़ बारिश के आसार। मुंबई में भी हो सकती है बारिश। महाराष्ट्र के तट पर तेज़ हवाओं के साथ ऊँची लहरें उठने की संभावना। समुद्र में न जाने की सलाह।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण भारत से लेकर मध्य भारत में मध्य प्रदेश और गुजरात तक तूफान महा का दिखेगा प्रभाव। उत्तर में राजस्थान और कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश में भी बारिश की संभावना है।
अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान ''महा'' के बृहस्पतिवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है। स्थानीय मौसम विभाग ने यहां यह बात कही।इसके प्रभाव के चलते लक्षद्वीप में भारी बारिश होने का अनुमान है जिसके मद्देनजर मौसम विभाग ने लक्षद्वीप को "रेड मैसेज" जारी किया है। क्षेत्रीय चक्रवात चेतावनी केन्द्र के निदेशक एस बालाचन्द्रन ने कहा, "महा चक्रवात लक्षद्वीप के ऊपर अरब सागर में केंद्रित है।" उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि इसके बृहस्पतिवार देर रात गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। यह आगे लक्षद्वीप से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और पूर्वी-मध्य अरब सागर में प्रकट होगा।मौसम विभाग ने कहा कि इसके बाद इसके बहुत हद तक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।इस बीच, मौसम विभाग ने लक्षद्वीप के लिये बहुत भारी बारिश के मद्देनजर "रेड मैसेज" जारी किया है।‘‘रेड मैसेज’’ का मतलब है कि राज्य सरकार अपने तंत्र को आपात स्थिति में इस्तेमाल के लिये तैयार रखे।
आनंद विहार राष्ट्रीय राजधानी का सर्वाधिक प्रदूषित इलाका रहा जहां एक्यूआई 466 दर्ज किया गया। इसके बाद 453 एक्यूआई के साथ वजीरपुर दूसरे नंबर पर रहा।
झारखंड में दीपावली के दो दिन पहले से हुई बारिश के बाद ठंड का अहसास होने लगा है, लेकिन छठ के मौके पर ठंड परेशान नहीं करेगी। पहले अर्घ्य के दिन खिलकर धूप निकलेगी। सुबह के अर्घ्य पर भी न्यूनतम तापमान 19 डिग्री रहने से ठंड का अहसास नहीं होगा। सुहाने मौसम में लोग छठ महापर्व मनाएंगे।
भारतीय मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण-पूर्व अरब सागर (Arabian Sea) और लक्षद्वीप (Lakshadweep) पर आज बिजली और गरज के साथ आंशिक रूप से हवा चलने की आशंका जताई गई है। जानकारी के मुताबिक 80-90 किमी प्रति घंटे से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है। कर्नाटक (Karnataka) और केरल (Kerala) में आज बारिश के साथ बिजली और गरज की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने की भी आशंका है।
पाकिस्तान के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने बुधवार को कहा कि सीमा पार से पराली जलाए जाने और भारत में ‘‘खराब’’ पर्यावरणीय स्थितियों के चलते लाहौर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। चौधरी ने ट्वीट किया कि जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कैबिनेट को सूचित किया कि लाहौर में प्रदूषण सीमा पार से पराली जलाए जाने के कारण बढ़ रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कैबिनेट को सूचित किया कि लाहौर में प्रदूषण, सीमा पार के खेतों में पराली जलाए जाने और भारत में खराब पर्यावरणीय स्थितियों के कारण हो रहा है। वाघा पर प्रदूषण का स्तर लाहौर शहर से दोगुना है, मोदी सरकार हर पहलु पर विफल हो रही है, गैर जिम्मेदार सरकारें अभिशाप होती हैं।’’ पाकिस्तान में प्रांतीय पंजाब गृह विभाग ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए प्रांत में तीन महीने तक पराली, ठोस कूड़े, प्लास्टिक एवं चमरे की वस्तुओं को जलाने पर रोक लगाई हुई है।
दिल्ली में वायु की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बने रहने के बीच दिल्ली...राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के स्कूलों ने अभिभावकों से कहा है कि वे अपने बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें। स्कूलों ने इसके साथ ही खुले में होने वाली गतिविधियां अंदर स्थानांतरित कर दी हैं। स्कूल दिवाली की छुट्टियों के बाद बुधवार को फिर से खुले। गुरुग्राम स्थित एक स्कूल की प्राचार्य ने कहा कि उन्होंने सोमवार को अभिभावकों को एक परामर्श भेजकर कहा कि वे अपने बच्चों को बिना मास्क लगाये स्कूल नहीं भेजें।
दिल्ली सरकार ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों को निर्देश दिया कि प्रदूषण की गंभीर स्थिति बने रहने तक खुले में होने वाली सभी गतिविधियां रोक दें। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि स्थिति बिगड़ने पर सरकार स्कूल बंद करने के बारे में विचार कर सकती है। शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों को भेजे पत्र में कहा, ‘‘बाहर और प्रदूषित वातावरण में होने वाली गतिविधियों का बच्चों के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक खराब प्रभाव हो सकता है। सरकारी के साथ ही सभी निजी स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रदूषण की स्थिति गंभीर बने रहने तक खुले में आयोजित होने वाली कोई भी गतिविधि नहीं हों।’’