Weather forecast: केरल में अगले कुछ दिन में दक्षिणपश्चिम मॉनसून के मजबूत होने के साथ ही भारतीय मौसमविज्ञान विभाग ने राज्य के तीन जिलों इडुकी, पथानमथिट्टा और कोट्टायम के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इडुकी जिले में 18 से 20 जुलाई तक,पथानमथिट्टा और कोट्टायम जिलों में 19 जुलाई के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। रेड अलर्ट 19 जुलाई के लिए जारी किया गया है क्योंकि इर्नाकुलम जिले में भीषण बारिश होने का अनुमान है। गौरतलब है कि रेड अलर्ट को तत्काल रक्षात्मक कदम उठाने की चेतावनी माना जाता है। जिसके तहत संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकाल कर शिविरों में ले जाने और आपातकाल किट मुहैया कराने जैसे ऐहतियाती उपाय शामिल हैं।
आईएमडी के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि जिलों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश होने का अनुमान है। अन्य जिलों के लिए यद्यपि रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया है लेकिन इनमें भी भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। केरल और लक्षद्वीप के तट पर रहने वाले मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। उत्तर पश्चिम से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के कारण मछुआरों से ऐसा करने को कहा गया है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान के लिए सरकार नेपाल में ऊंचा बांध बनाने का प्रयास कर रही है और अंतरराष्ट्रीय मामला होने के बावजूद इसमें सफलता मिलने की उम्मीद है। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान बिहार और असम के कई सदस्यों द्वारा बाढ़ का मुद्दा उठाए जाने पर हस्तक्षेप करते हुए राय ने कहा कि बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के मकसद से एनडीआरएफ की 19 टीमें बिहार और 18 टीमें असम में काम कर रही हैं। मंत्री ने कहा कि बाढ़ राहत और बचाव कार्यों में बिहार और असम की सरकारों ने अच्छा काम किया है और केंद्र की तरफ से भी मदद दी गई है।
राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम मानसून के फिर से सक्रिय होने से पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान झुंझुनूं जिले के खेतड़ी में 12 सेंटीमीटर, भरतपुर के रूपवास में 6 सेंटीमीटर, चूरू के सुजानगढ़ में 6 सेंटीमीटर, हनुमानगढ़ के टिब्बी में 5 सेंटीमीटर, दौसा के महुआ में 5 सेंटीमीटर, झुंझुनूं के बुहाना में 4 सेंटीमीटर, भरतपुर के वैर में 4 सेंटीमीटर, झुंझुनूं में 4 सेंटीमीअर, अलवर के किशनगढ़वास में 3 सेंटीमीटर, जयपुर के पावटा में 3 सेंटीमीटर, धौलपुर तहसील में 3 सेंटीमीटर, नागौर के लाडनू में 3 सेंटीमीटर, अलवर के कोटकासिम में 2 सेंटीमीटर, अलवर के बहादुरपुर में 2 सेंटीमीटर, भरतपुर के नदबई में 2 सेंटीमीटर, अलवर के राजगढ़ में 2 सेंटीमीटर,तिजारा में 2 सेंटीमीटर, चूरू तहसील, चूरू, हनुमान के रावतसर, श्रीगंगानगर के सादुलशहर में 2-2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन में अबतक 90 लोगों की मौत हो चुकी है और 29 लोग अभी भी लापता हैं। नेपाल के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। देशभर से 3366 लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है। लोगों का राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। नेपाल के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के सिंहगढ़ से गुरुवार सुबह ह्यश्रीखंड महादेवह्ण की यात्रा बहाल कर दी गई। ग्लेशियर का एक हिस्सा गिरने के बाद यात्रा बुधवार को रोक दी गयी थी।
कुल्लू जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि सिंहगढ़ आधार शिविर में तीर्थयात्रियों का पंजीकरण शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि शुरू में तीर्थयात्रियों को पार्वती बाग तक जाने की अनुमति दी गई है। मौसम को देखते हुए आगे मंदिर के दर्शन के लिए अनुमति दी जाएगी। गौरतलब है कि बुधवार को मंदिर के दर्शन करने जा रहे पांच श्रद्धालु उस समय घायल हो गए जब ग्लेशियर टूट गया और मंदिर के रास्ते में ढह गया। वहीं महाराष्ट्र के रहने वाले 74 वर्षीय व्यक्ति की हाइपोर्थिमया (अल्पोष्णता) से मौत हो गई थी।
राजस्थान में मौसम ने गुरुवार को एकबार फिर पलटी ली। यहां चूरू, झुंझुनूं, सीकर, अलवर, बूंदी, श्रीगंगानगर और नागौर में हल्की से तेज बारिश दर्ज की गई। बुधवार को अलवर, पिलानी, सीकर व चूरू में बरसात हुई थी। जयपुर में पिछले कुछ दिनों से बादल छाए हुए हैं। बुधवार को यहां कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई। यहां गुरुवार को सुबह11 बजे तापमान 32 डिग्री रहा।
लक्षद्वीप का अमिनी दिवी शहर गुरुवार देर शाम तक सबसे अधिक बारिश वाला स्थान रहा। यहां 141 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम पर नजर रखने वाली एक निजी वेबसाइट ने यह जानकार दी। इसके बाद हरियाणा के रोहतक में 88 मिमी की बारिश दर्ज की गई। कर्नाटक के मिनीकॉय (81 मिमी), कर्नाटक के मायाबंदर में 79 मिमी। नई दिल्ली में 61 मिमी। इसके बाद मिजोरम का आइजोल 55 मिमी बारिश के साथ छठे स्थान पर रहा। वहीं इसके बाद केरल का अलाप्पुझा में 45 मिमी, महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 42 मिमी। कर्नाटक का बेंगलुरू 40 मिमी बारिश के साथ नौवें स्थान पर रहा। केरल का कोट्टायम में 38 मिमी बारिश के 10वें स्थान पर रहा।
असम में बारिश की वजह से आाम जीवन बुरी तरह प्रभावित है। राज्य के कई इलाकों में गुरुवार को भी जमकर बारिश हुई। डिब्रूगढ़ के कोलाखोवा गोजल गांव में चारों तरफ पानी जमा हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसकी तस्वीरें भी शेयर की हैं।
असम के गोहपुर में भूस्खलन की चपेट में आने से दो लोग घायल हो गए। पुलिस मुख्यालय के पास नेशनल हाईवे 415 पर इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आसपास मौजूद कार, और ऑटो जैसे वाहन आ गए।
कर्नाटक में भारी बारिश के बाद मंगलूरू सेंट्रल रेलवे स्टेशन में पानी भर गया। बारिश इतनी ज्यादा थी कि पूरे रेलवे स्टेशन में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।
दिल्ली में लगातार बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया है। तुगलकाबाद प्रहालदपुर इलाके में अंडरपास रेलवे ब्रिज पर जलभराव की वजह से ट्रैफिक जाम लग गया।
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार के 12 जिलों - शिवहर, सीतामढी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार - में अब तक 67 लोगों की मौत हुई है जबकि 46 लाख 83 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। बिहार में बाढ़ से हुई 67 मौतों में सीतामढी में 17, अररिया में 12, मधुबनी में 11, शिवहर में 9, पूर्णिया में 7, दरभंगा में 5, किशनगंज में 4 और सुपौल में 2 लोगों की मौत हुई है। बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में कुल 137 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं जहां 1,14,721 लोग शरण लिए हुए हैं। उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 1,116 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमें लगाई गई हैं और 125 मोटरबोटों का इस्तेमाल किया जा रहा है।।
सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, पिछले 24 घंटे 12.1 मिमी. बारिश हुई। पालम, आयानगर, रिज और लोधी रोड वेधशालाओं ने क्रमश: 61 मिमी, 38.8 मिमी, 18.2 मिमी और 18 मिमी बारिश दर्ज की। आर्द्रता का स्तर सुबह साढ़े आठ बजे तक 93 प्रतिशत दर्ज किया। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। शहर में बुधवार को अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री से. दर्ज किया गया।
राजधानी में गुरुवार सुबह भी रूक-रूककर हुई बारिश ने मौसम खुशगवार बना दिया। बारिश की वजह से मौसम के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि इस दौरान सुबह ऑफिस जाने वाले कुछ लोगों को थोड़ी बहुत परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। बारिश के बाद हुए जलभराव से सड़कों पर यातायात जाम हुआ। जिससे लोगों को परेशानी हुई।
केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार की कई नदियां गंडक, बूढी गंडक, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, कोसी, महानंदा और परमान नदी विभिन्न स्थानों पर आज सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। भारत मौसम विभाग के अनुसार बिहार की सभी नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में गुरूवार की सुबह तक हल्की बारिश की संभावना जतायी गयी है।
भाकपा (माले) ने प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर युद्ध स्तर पर राहत और पुनर्वास करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके परिणामस्वरूप प्रभावित क्षेत्रों में या तो लोग मर रहे हैं अथवा असुरक्षित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। भाकपा (माले) ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उसकी पार्टी के विधायक महबूब आलम, सत्यदेव राम और सुदामा प्रसाद बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं तथा पार्टी ने अपने कैडरों से प्राकृतिक आपदा की चपेट में आने वाले स्थानों पर 18 से 24 जुलाई तक बाढ़ राहत अभियान जाने की अपील की है।
कांग्रेस की किसान इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि बाढ़ और सूखे की मार झेल रहे किसानों को राहत पहुंचाने के लिए फसल की लागत के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने सहित जरूरी कदम तत्काल उठाए जाएं। अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष पटोले ने पत्र में यह भी कहा है कि पंचायत के स्तर पर मौसम स्टेशन की स्थापना की जाए और किसानों के बीच फसल बीमा योजना को लेकर जागरुकता फैलाई जाए। उन्होंने यह भी कहा, 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि बहुत सारे किसानों के खातों में नहीं पहुंची और कई लोगों के खाते में पैसे पहुंचने के बाद उन्हें वापस ले लिया गया। इस पर तत्काल समीक्षा की जाए।' उधर, यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पटोले ने सरकार से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला एवं ब्लॉक स्तरों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और सरकार ने मांग नहीं मानी तो संसद का घेराव भी किया जाएगा।
खराब मौसम के बाद बांग्लादेश में फंसे कुल 516 भारतीय मछुआरे बुधवार को दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप बंदरगाह पहुंचे जहां से 10 दिन पहले वे नौका से रवाना हुए थे। यह जानकारी यहां भारतीय तटरक्षक ने दी। 32 नौकाओं पर सवार मछुआरों को बांग्लादेश कोस्टगार्ड (बीसीजी) ने मंगलवार को भारतीय तटरक्षक को सौंपा था। भारतीय तटरक्षक ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय तटरक्षक ने 516 से अधिक मछुआरों को उनकी 32 भारतीय नौकाओं के साथ बांग्लादेश द्वारा सौंपे जाने के बाद बुधवार को उन्हें काकद्वीप बंदरगाह पर पश्चिम बंगाल राज्य मत्स्य पालन अधिकारियों के हवाले कर दिया।’’
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं हवा में आर्द्रता का स्तर भी 100 प्रतिशत रहा। बारिश के कारण धौला कुआं, नांगलोई, नजफगढ़, दिल्ली कैंट, रिंग रोड और बदरपुर सहित कई प्रमुख चौराहों पर यातायात प्रभावित हुआ। सफदरजंग वेधशाला में बारिश 21.6 मिमी और पालम वेधशाला में 16.8 मिमी दर्ज की गई। वहीं रिज, लोधी रोड और आया नगर वेधशालाा में क्रमश: 15.1 मिमी, 18.2 मिमी और 12.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बिहार विधान परिषद परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए राजद की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में बाढ़ को "राष्ट्रीय आपदा" घोषित करने का आग्रह किया। वहीं भाकपा (माले) ने प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर युद्ध स्तर पर राहत और पुनर्वास करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके परिणामस्वरूप प्रभावित क्षेत्रों में या तो लोग मर रहे हैं अथवा असुरक्षित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं।