प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कहा है कि वह और उनकी पार्टी समाज में सेवा करने के मकसद से नहीं आए हैं। बल्कि वे यहां राजनीति करने के लिए हैं। यह बात उन्होंने गुरुवार (11 अक्टूबर) को कर्नाटक के करवार जिले में हुई जनसभा में कही।
मंत्री ने आगे लोगों को बताया, “आपने हमारी पार्टी को वोट दिया। और आपकी पसंद की पार्टी ने सरकार बनाई, यह आपका अधिकार (चुनने का) है। कुछ लोग कहते हैं कि हम राजनीति करते हैं। लेकिन हम यहां सिर्फ राजनीति के लिए ही हैं। अगर ऐसा नहीं होता, तो हम राजनीति में किसलिए होते? राजनीति ही इसके पीछे का कारण है।”
बकौल हेगड़े, “मैं सांसद बना। हम राजनीति के अलावा कुछ और नहीं कर सकते। वही हमारे बस में है। हम यहां समाज सेवा करने के लिथोए ड़ी न हैं। हम यहां राजनीति करने के लिए हैं, लिहाजा वही करते हैं। पत्रकार इस बात का जो मतलब निकालना चाहें, वे निकाल सकते हैं।”
उधर, जनता दल (सेक्युलर) ने मंत्री के इस बयान की कड़ी निंदा की है। पार्टी प्रवक्ता अरिवालगन ने इस बारे में स्थानीय मीडिया से कहा, “मंत्री का यह बयान उनकी पार्टी की संस्कृति का परिचय देता है और वह पूरी तरह से सच भी है। बीजेपी राज्य और देशभर में सांप्रदायिक राजनीति कर रही है। वे समाज में समाजसेवा करने के लिए नहीं हैं। न ही ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा का हिस्सा है। वे सिर्फ गंदी राजनीति करते हैं। मुझे समझ में नहीं आता कि पीएम मोदी ने उन्हें कैबिनेट में रखा क्यों और उन्हें इस तरह के बयान देकर विवाद पैदा करने पर हटाया क्यों नहीं जाता?”
राजनीतिक मामलों के जानकार अब्दुल रज्जाक ने इस मसले पर कहा, “सरकार का सेवक, समाज की सेवा करने के लिए ही होता है। चुने हुए प्रतिनिधि हमारे सेवक हैं। उन्हें समाज सेवा ही करनी चाहिए। ये अक्खड़पने की पराकाष्ठा है।”