Amritpal Singh: वारिस पंजाब डे प्रमुख अमृतपाल सिंह को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। कहा जा रहा है कि अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। बता दें, अमृतपाल सिंह इस वक्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।

अमृतपाल सिंह के कानूनी सलाहकार राजदेव सिंह खालसा ने द इंडियन एक्सप्रेस से पुष्टि की कि अमृतपाल सिंह खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।

खालसा ने कहा कि मैं आज डिब्रूगढ़ में हूं। मेरी मुलाकात अमृतपाल सिंह से हुई। उन्होंने मुझसे पुष्टि की है कि वह खडूर साहिब से चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यधारा की एक पार्टी अमृतपाल सिंह को बाहर से समर्थन देने पर विचार कर रही है।

कौन है अमृतपाल सिंह?

अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे ‘ का प्रमुख है। अमृतपाल सिंह का जन्म 17 जनवरी वर्ष 1993 में पंजाब के अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा में हुआ था। अमृतपाल सिंह के पिता का नाम तरसेम सिंह है। मुख्य रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा का रहने वाला अमृतपाल वर्ष 2012 में अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में शामिल होने के लिए दुबई चला गया था। तब अमृतपाल सिंह महज 19 वर्ष का था। जिसके बाद वह वर्ष 2022 में भारत वापस लौटा, अमृतपाल सिंह उस वक्त सुर्खियों में आया जब उसने अजनाला पुलिस स्टेशन में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ हमला बोल दिया था। इस हमले में 6 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे।

अमृतपाल की भिंडरावाले से क्यों होती है तुलना?

अमृतपाल भी सिखों के लिए जरनैल सिंह भिंडरावाले की तरह ही एक अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहा है। जरनैल सिंह भिंडरावाले के रूप में पंजाब में अमृतपाल को उसके समर्थकों द्वारा 2.0 की उपाधि दी गयी है। दरअसल, वर्ष 1980 के दशक में भिंडरावाले ने सिखों के लिए खालिस्तान देश की एक मांग की थी। उस वक्त पंजाब में इस बात को लेकर काफी हंगामा हुआ था।

भिंडरावाले के जैसे ही अमृतपाल सिंह अपने सिर पर एक भारी पगड़ी बांधता है, जबकि दुबई से भारत लौटते समय उसके सिर पर पगड़ी और चेहरे पर दाढ़ी नहीं थी। यह सिख युवाओं में जोश भरने के लिए हमेशा एक भड़काऊ भाषण देता है। वह खुद को आध्यात्मिक नेता बताता है। अमृतपाल सिंह खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले को अपना आदर्श बताता है। बता दें कि जरनैल सिंह भिंडरावाले को इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान ऑपरेशन ब्लू स्टार में मार गिराया गया था।