व्यापमं घोटाले के मामले में मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव को हटाने की बढ़ती मांग के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और शायद उनके भविष्य पर चर्चा की। इस बैठक के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया।

बताया गया कि यह बैठक पहले से तय थी। लेकिन यह मुलाकात उस दिन हुई है जब सुप्रीम कोर्ट ने यादव को हटाए जाने की मांग पर केंद्र और राज्यपाल को नोटिस जारी किया। इस बीच में कई दलों ने यादव ने हटाने की मांग तेज कर दी है। भाकपा ने कहा कि अदालत की राज्यपाल के बारे में टिप्पणी गंभीर है। पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया कि वे राज्यपाल को बर्खास्त करें।

ऐसी अटकलें हैं कि राज्यपाल के पद पर यादव को बनाए रखे जाने पर फैसला 13 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद हो सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

कांग्रेस के नेता और यूपीए शासनकाल में नियुक्त किए गए यादव के पांच साल का कार्यकाल अगस्त 2016 में खत्म होगा। घोटाले में कथित संलिप्तता के कारण राज्यपाल को हटाने की मांग उठ रही है लेकिन मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने संवैधानिक छूट के आधार पर उनके खिलाफ प्राथमिकी खारिज कर दी थी।

व्यापमं घोटाले से जुडेÞ मामलों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को हस्तांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर संतोष जताते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव को तत्काल हटाए जाने की मांग की। पार्टी महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने एक बयान में कहा कि अपराध और संदिग्ध मौतों से जुडेÞ भ्रष्टाचार के मामले का आरोपी संवैधानिक पद पर नहीं बना रह सकता। लिहाजा गृह मंत्री कोतत्काल कार्रवाई कर राज्यपाल को बर्खास्त करना चाहिए।

पार्टी ने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी अपने पद से हटना चाहिए। पार्टी के सचिव डी राजा ने भी रेडडी का समर्थन करते हुए कहा कि संदिग्ध और रहस्यमयी मौतों के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेकर शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा देना चाहिए।

राजा ने कहा कि इस तरह का घोटाला कभी देखने को नहीं मिला। मुख्यमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। इस बीच माकपा ने बताया कि वाम दल अन्य विपक्षी दलों के साथ मिल कर 16 जुलाई को मध्य प्रदेश में राज्यव्यापी हड़ताल कर रहे हैं। इसका मकसद चौहान के इस्तीफे का दबाव बनाना है। पार्टी ने कहा कि चौहान का इस्तीफा इसलिए आवश्यक है ताकि व्यापमं घोटाले से जुडेÞ मामलों की निष्पक्ष जांच हो सके।