अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का भारी हुजूम उमड़ रहा है। लाखों की संख्या में लोगों दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भीड़ को संभाल पाना सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बना हुआ है। मंगलवार को पहले ही दिन भारी भीड़ के कारण कुछ देर के लिए दर्शन रोकने पड़े। बुधवार को भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। उनके निर्देश पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद राममंदिर में खुद व्यवस्थाएं देख रहे हैं। यूपी सरकार ने वीआईपी से अगले 10 दिन तक अयोध्या ना आने की अपील की है।

भीड़ के कारण बढ़ा दर्शन का समय

रामलला के दर्शन के लिए मंगलवार को 5 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। बुधवार को भी सुबह से ही राम मंदिर के बाहर भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है। इसे देखते हुए दर्शन का समय भी बढ़ाया गया है। अब सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट के लिए कई कदम उठाए गए हैं।

यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि बेहतर भीड़ प्रबंधन और बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। शासन का निर्देश था कि किसी भी व्यक्ति को कोई असुविधा ना हो। सभी श्रद्धालुओं को अपनी कतारों में लगा दिया जा रहा है और अनवरत दर्शन चल रहे हैं।

5 लाख लोगों ने किए दर्शन

मंगलवार को अयोध्या में 5 लाख लोगों ने रामलला के दर्शन किए। भीड़ का आलम यह था कि अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए अत्यधिक भीड़ को देखते हुए यहां आने वाली सभी गाड़ियों पर तात्कालिक रोक लगा दी गई। अयोध्या में भक्तों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए कुछ दिनों तक यहां आने वाली सभी गाड़ियों पर प्रतिबंध रहेगा। बाराबंकी ये भी लोगों को आगे जाने की इजाजत नहीं दी गई। अयोध्या से बाराबंकी की दूरी करीब 100 किलोमीटर है। भीड़ का आलम ये रहा कि मंदिर प्रबंधन ने सभी गाड़ियों को पंच कोसी परिक्रमा पथ के पास रोकना शुरू कर दिया।