समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुद के टीपू से सुल्तान बनने को लेकर खुलासा किया है। शनिवार (दो मार्च, 2019) को एक टीवी न्यूज शो में उन्होंने इसके पीछे का रोचक सियासी किस्सा भी सुनाया। कहा कि वह तब बोलना नहीं जानते थे और उनकी शादी कुछ दिनों पहले हुई ही थी। उसी बीच ‘टीपू को सुल्तान बना दो…’ नारा दिया गया था, जिसने उन्हें चुनाव जिताया। वह उसी के बाद से चुनाव लड़ते-लड़ते बहुत कुछ सीखे। बता दें कि बचपन में अखिलेश को प्यार से लोग टीपू पुकारा करते थे।

अखिलेश ‘इंडिया टुडे कॉनक्लेव 2019’ में पहुंचे थे। पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने उनसे पूछा था- आप पहले बोलते कम थे, आज नवजोत सिंह सिद्धू बन गए हैं। आपकी छाती भी बढ़ रही है? पूर्व यूपी सीएम ने कहा, “मुझे याद है कि मैं पहली बार नामांकन दाखिल करने गया था। मेरी शादी हुई थी। आदरणीय जनेश्वर मिश्रा और आजम खान ने तब मुझसे कहा था कि आपको चुनाव लड़ना है, पर मैं बोलना नहीं जानता था। उन्होंने जो भाषण दिया- टीपू को सुल्तान बना दो…गली-गली में नौजवानों ने वही नारा दिया और उसी के कारण मैं चुनाव जीत गया था। हम तो पहले भाषण देना भी नहीं जानते थे, पर अब तो बहुत चुनाव लड़ दिए।”

मायावती को लेकर SP चीफ अखिलेश ने दे दिया ये बयान

बकौल अखिलेश, “गंगा मां अभी भी इंतजार कर रही हैं कि आखिर कौन उन्हें साफ करेगा। शायद यूपी के अलावा उन्हें और कोई साफ नहीं कर सकता है। वहीं के लोग साफ कर सकते हैं, क्योंकि वही से वह बहती हैं।” आगे पूछा गया- पीएम मोदी और नितिन गडकरी कहते हैं कि वे गंगा सफाई का काम करेंगे? अखिलेश ने जवाब दिया- नहीं, ये गलत बात। अखिलेश ने इसी पर कहा, “उन्होंने (पीएम और गडकरी) दावा किया कि गंगा का पानी इस-इस तारीख तक साफ हो जाएगा, पीने लायक हो जाएगा। यह बयान था। पर जब मैंने उनकी तस्वीर देखी तो उनके मुंह और नाक छिपे नजर आ रहे थे।” देखें आगे क्या बोले सपा अध्यक्ष-