Chenab Railway Bridge Video: जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बनाया जा रहा है। यह भारतीय रेल का उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का नमूना बनेगा। कश्मीर घाटी से भारतीय रेल को जोड़ने के लिए यह सबसे बड़ी परियोजना है। यह अपने आप में अद्भुत कार्य है। दुर्गम क्षेत्र में करीब 1100 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे अर्धचंद्र आकार के इस बड़े ढांचे के निर्माण में 24,000 टन इस्पात इस्तेमाल किया जाएगा और यह नदी के तल से 359 मीटर ऊंचा होगा। यह पुल निर्माण कार्य पूरा होने के बाद बेईपैन नदी पर बने चीन के शुईबाई रेलवे पुल (275 मीटर) का रिकॉर्ड तोड़ेगा।
एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा होगा : रेल मंत्रालय के ट्वीट के मुताबिक “उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का नमूना : भारतीय रेल द्वारा कश्मीर घाटी को जोड़ने के लिए चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बनाया जा रहा है, जो अपने आप में अद्भुत है। इसकी ऊंचाई नदी तल से 359 मी. है जो कि कुतुबमीनार की ऊंचाई से लगभग 5 गुना और फ्रांस के एफिल टॉवर से 35 मी. ऊंचा होगा।”
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उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का नमूना : भारतीय रेल द्वारा कश्मीर घाटी को जोड़ने के लिए चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल बनाया जा रहा है जो अपने आप में अद्भुत है | इसकी ऊंचाई नदी तल से 359 मी. है जो की कुतुबमीनार की ऊंचाई से लगभग 5 गुना और फ्रांस के एफिल टॉवर से 35 मी. ऊंचा होगा। pic.twitter.com/o3SQ2gwnGV
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) January 12, 2020
कटरा और बनिहाल के बीच 11 किमी को जोड़ेगा: खास बात यह है कि यह पुल 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा को झेल सकता है। यह पुल कटरा और बनिहाल के बीच 11 किमी के इलाके को जोड़ेगा जो उधमपुर-श्रीनगर बारामूला रेल लिंग परियोजना का हिस्सा है। इससे कश्मीर घाटी में लोगों को काफी सुविधा होगी। साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को भी राहत मिलेगी।
पुल के बन जाने से विकास के नए रास्ते खुलेंगे : गौरतलब है कि आतंक प्रभावित कश्मीर घाटी में रेल पुल के बन जाने से विकास के नए रास्ते खुलेंगे। लोगों को काफी सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही आवागमन में समय भी बचेगा और दूरी भी कम होगी। परियोजना में शामिल रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस पुल का निर्माण कश्मीर रेल लिंक परियोजना का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है और पूरा होने पर यह इंजीनियरिंग का एक अजूबा होगा।

