उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया है और कहा है कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा, “स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(A) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।” 74 वर्षीय धनखड़ ने अगस्त 2022 में पदभार ग्रहण किया था। आइए जानते हैं उनके राजनीतिक जीवन के बारे में।
जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति बनने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। राज्यपाल बनने से पहले वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। 16 जुलाई, 2022 को, जगदीप धनखड़ को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था। वे 1989-91 में 9वीं लोकसभा में जनता दल का प्रतिनिधित्व करते हुए राजस्थान के झुंझुनू (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से सांसद थे। जगदीप धनखड़ 1993-1998 में राजस्थान की 10वीं विधानसभा में किशनगढ़, राजस्थान से पूर्व विधायक भी रहे हैं।
जगदीप धनखड़ राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं
जगदीप धनखड़ ने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से पूरी की और उसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से बी.एससी. और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। जगदीप धनखड़ ने 1979 में राजस्थान बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकन कराया। उन्हें 1990 में राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। धनखड़ 1990 से मुख्य रूप से सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रहे थे। वह राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं।
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सलमान खान के वकील रह चुके हैं धनखड़
जगदीप धनखड़ चिंकारा (ब्लैक बक/काला हिरण) के शिकार मामले में अभिनेता सलमान खान के वकील थे। साल 1998 के सितंबर-अक्टूबर महीने में सलमान खान पूरी यूनिट के साथ ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के लिए जोधपुर में रुके हुए थे। उस दौरान सलमान खान पर चिंकारा के शिकार का आरोप लगा था। 12 अक्टूबर 1998 को सलमान खान की गिरफ्तार कर लिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहे। जोधपुर जिला और सत्र न्यायालय में मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता जगदीप धनखड़ सलमान के वकील थे। धनखड़ ने सलमान के जिला अदालत से जमानत भी दिलवा दी थी। 17 अक्टूबर को वह जेल से बाहर आ गए। इससे पहले साल 1997 में एक मामले में जगदीप धनखड़ शाहरुख के वकील के तौर पर अदालत में पेश हुए थे।
Jagdeep Dhankhar: राजनीति में प्रवेश
जगदीप धनखड़ ने 1989 में राजनीति में प्रवेश किया और उसी साल कांग्रेस के टिकट पर झुंझुनू से लोकसभा के लिए चुने गए। 1990 में चंद्रशेखर सरकार में केंद्रीय मंत्री बने। राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत के उदय के साथ वह भाजपा में चले गए।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 20 जुलाई, 2019 को जगदीप धनखड़ को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टीबी राधाकृष्णन ने 30 जुलाई, 2019 को कोलकाता के राजभवन में जगदीप धनखड़ को पद की शपथ दिलाई थी। जगदीप धनखड़ को 6 अगस्त, 2022 को होने वाले 2022 के चुनाव के लिए भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था। जगदीप धनखड़ ने 1979 में सुदेश धनखड़ से शादी की थी और उनकी एक बेटी कामना है। पढ़ें- उपराष्ट्रपति पद के लिए NDA के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का क्या ताऊ देवी लाल से नाता