पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार (16 जुलाई) को पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद यह ऐलान किया था। वहीं, दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को ऐलान किया कि मार्गरेट अल्वा विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी

उम्मीदवारों के नाम की घोषणा के बाद AIADMK ने कहा कि वह जगदीप धनखड़ को सपोर्ट करेगी। रविवार को AIADMK लीडर एम थंबी दुरई ने कहा, “हमारी पार्टी एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का समर्थन करेगी। ठीक वैसे ही जैसे हमने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन करने की घोषणा की है।”

BJD, YSRCP ने जताया समर्थन: वहीं, YSRCP ने भी एनडीए उम्मीदवार को ही समर्थन देने का फैसला किया है। पार्टी के नेता विजयसाई रेड्डी ने रविवार को न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया, “हमारे नेता जगन मोहन रेड्डी ने एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का समर्थन करने का फैसला किया है।” इसके साथ ही बीजेडी ने भी धनखड़ को सपोर्ट करने का ऐलान किया है। पार्टी नेता पिनाकी मिश्रा ने पीटीआई को बताया, “पीएम मोदी के ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बात करने के बाद, BJD ने एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का समर्थन करने का फैसला किया है।”

इससे पहले शनिवार को जगदीप धनखड़ की उम्मीदवारी की घोषणा के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री ने एनडीए के उप-राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के लिए अपनी पार्टी जेडीयू का समर्थन व्यक्त किया था।

शरद पवार के आवास पर हुई बैठक: एनडीए ने जहां शनिवार को ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी थी वहीं, विपक्षी दलों के नेताओं ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के चयन को लेकर रविवार को दिल्ली में शरद पवार के आवास पर बैठक बुलाई थी। जिसके बाद शरद पवार ने कहा कि मार्गरेट अल्वा के नाम पर 17 विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है।

मार्गरेट अल्वा पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री हैं। वह गोवा और राजस्थान की राज्यपाल रह चुकी हैं। वहीं, जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभालने वाले धनखड़ ने 1989 में राजनीति में कदम रखा था और राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा के लिए चुने गए। 1990 में वे केंद्रीय मंत्री बने।