सीपी राधाकृष्णन 12 सितंबर को उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। राधाकृष्णन ने INDIA गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराया था। राधाकृष्णन को कुल 452 मत प्राप्त हुए जबकि रेड्डी को 300 मत ही मिले। राधाकृष्णन भारत के 15वें उप राष्ट्रपति हैं।
राधाकृष्णन RSS के साथ ही भारतीय जनसंघ के भी सदस्य रहे हैं। वह 2004 से 2007 तक भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रह चुके हैं। सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु की एक प्रमुख ओबीसी जाति गौंडर से आते हैं।
सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगी। चुनाव नतीजों के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित तमाम नेताओं ने राधाकृष्णन को बधाई दी थी। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी राधाकृष्णन को जीत की शुभकामनाएं दी थीं।
RSS से पुराना नाता, BJP के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष… कौन हैं उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राधाकृष्णन का जीवन हमेशा समाज की सेवा और गरीबों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित रहा है। उप राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद सीपी राधाकृष्णन ने कहा था कि राष्ट्रवादी विचारधारा की विजय हुई है।
कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?
सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। उनका जन्म 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था। राधाकृष्णन के पास बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री है।
राधाकृष्णन 1974 में 17 साल की उम्र में भाजपा के पूर्ववर्ती संगठन जनसंघ में शामिल हो गए थे। उन्होंने RSS के तिरुपुर नगर संघ प्रमुख, तालुका संघ प्रमुख और जिला संघ प्रमुख के रूप में भी कार्य किया।
2023 में बने थे झारखंड के राज्यपाल
राधाकृष्णन को 2023 में झारखंड का राज्यपाल बनाया गया था और जुलाई 2024 में उन्हें महाराष्ट्र के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई थी। राधाकृष्णन 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 में फिर से इस सीट से जीते थे। राधाकृष्णन को “कोयंबटूर का वाजपेयी” कहा जाता है।
अपने राजनीतिक जीवन के अलावा राधाकृष्णन अपने कॉलेज के दिनों में एथलीट भी थे, वे टेबल टेनिस में चैंपियन और लंबी दूरी के धावक थे।