विश्व हिंदू परिषद हिंदुओं को एकजुट करने के लिए 10 दिवसीय अभियान की शुरुआत करेगी। जातीय विभेद को मिटाने के लिए शुरू किए जा रहे अभियान में वीएचपी यह संदेश देगी कि सभी हिंदू एक हैं। इसी बीच विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री मिलिंद परांडे ने अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा है कि हर हिंदू तीन बच्चा पैदा करे।  

वीएचपी हिंदुओं को एकजुट करने के लिए 23 जनवरी तक कार्यक्रम चलाएगी। इसे समरसता अभियान नाम दिया गया है। समरसता अभियान के दौरान सह भोज समेत अलग अलग प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजित किया जाएगा। सह भोज में अगड़ी और पिछड़ी जाति के लोग एक साथ भोजन करेंगे। इस दौरान लोगों को सभी हिंदू एक हैं का संदेश दिया जाएगा।

समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार इस अभियान की अगुवाई कर रहे वीएचपी के राष्ट्रीय सचिव देवजी रावत ने कहा कि देशभर में वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा समरसता अभियान चलाया जाएगा ताकि यह संदेश लोगों तक पहुंचाया जा सके कि सभी हिंदू एक हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे किस जाति के हैं। 

विश्व हिंदू परिषद ने यह कदम तब उठाया है जब उत्तरप्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने को हैं। साथ ही उत्तरप्रदेश के प्रमुख ओबीसी नेताओं स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान ने पिछड़े और दलित वर्ग की अनदेखी का आरोप लगाते हुए योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा कई और विधायक भी भाजपा से इस्तीफा दे चुके हैं।

इसी बीच बुधवार को मध्यप्रदेश के खंडवा में वीएचपी के महामंत्री मिलिंद परांडे ने अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा कि हर हिंदू परिवार में 2 से 3 बच्चे होने चाहिए। अगर हमारी आबादी कम होगी तो भविष्य में हमारे अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत पर सदियों से आक्रमण होता रहा लेकिन आज भी इस देश में हिंदू सबसे ज्यादा हैं। यह हमारी सहनशीलता और आध्यात्मिक शक्ति की वजह से ही संभव हुआ है।