पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा रविवार (2 फरवरी, 2020) को आयोजित आदिवासी सामूहिक विवाह के विरोध में झारखंड दिसोम पार्टी ने राष्ट्रीय राजमार्ग- 34 को अवरूद्ध कर दिया जिसके बाद विवाह स्थल पर तनाव उत्पन्न हो गया। अधिकारियों ने बताया कि झगड़े में तीर से एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। अधिकारियों ने कहा कि विहिप और झारखंड दिसोम पार्टी (जेडीपी) के सदस्य आपस में भिड़ गए और पथराव किया। उन्होंने एक-दूसरे पर प्लास्टिक की कुर्सियां भी फेंकी।

यह घटना तब हुई जब जेडीपी सदस्यों ने आरोप लगाया कि विहिप उनके रीति रिवाजों की अनदेखी करके आदिवासी सामूहिक विवाह का आयोजन कर रही है। अधिकारी ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल को मौके पर भेजा गया। जेडीपी के एक नेता मोहन हंसदा ने कहा, ‘‘विहिप द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार आयोजित किया जा रहा था। हमें लगता है कि इस तरह आदिवासियों का धर्मांतरण किया जा रहा था।’’

हंसदा ने कहा, ‘‘वे हमारी गरीबी का फायदा उठा रहे हैं। दंपतियों को 12,000 रुपए देकर अपने जाल में फंसा रहे हैं।’’ पुराने मालदा के प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) इरफान हबीब ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को काबू में किया और लोग सामूहिक विवाह स्थल से वापस लौट गए। बीडीओ ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान रविवार को लगभग 40 जोड़ों की शादी संपन्न हुई।

वहीं विहिप के उत्तर बंगाल के संयोजक तरुण पंडित ने कहा कि कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। जेडीपी ने शुरू में सोचा था कि जोड़ों को परिर्वितत किया जा रहा है लेकिन बाद में वे समझ गए कि सामूहिक विवाह का आयोजन आदिवासी रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया था।