ज्ञानवापी विवाद के बाद बनारस में एक और मामला तूल पकड़ रहा है। पंचगंगा घाट स्थित बिंदु माधव में नमाज पर रोक लगाने को लेकर कुछ लोगों ने सिविल जज जूनियर डिवीजन की अदालत में याचिका दी है। गायघाट निवासी अतुल सहित पांच लोगों ने धरहरा मस्जिद को लेकर अपील दाखिल की है। अदालत ने सुनवाई की तारीख चार जुलाई तय की है।
एक रिपोर्ट के अनुसार याचिकाकर्ताओं का कहना है कि पंचगंगा घाट पर बिंदु माधव के नाम से विष्णु जी का मंदिर था। औरंगजेब ने बिंदु माधव मंदिर पर हमला कर उसे भी काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह से नष्ट कर दिया था। हिंदू पक्ष का आरोप है कि अब वहां नमाज अदा की जाती है। उनकी मांग नमाज पर प्रतिबंध लगाने की है। इस मामले में सादिक अली, जमाल और मुन्ना को प्रतिवादी बनाया गया है।
ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी दर्शन मामले में रोज नए दावे सामने आ रहे हैं। अब ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग और फव्वारे के दावों के बीच एक नया वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो की शुरूआत में एक मिनट एक सेकेंड तक पंचगंगा घाट स्थित धरहरा मस्जिद को दिखाया गया है। उसके बाद ही इसको लेकर भी नया विवाद शुरू हो गया है। फिलहाल गेंद अब बनारस की कोर्ट के पाले में जा चुकी है।
बनारस में मंदिर-मस्जिद का ये विवाद तब शुरू हुआ जब 18 अगस्त 2021 को 5 महिलाएं ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मां श्रृंगार गौरी, गणेश जी, हनुमान जी समेत परिसर में मौजूद अन्य देवताओं की रोजाना पूजा की इजाजत मांगते हुए हुए कोर्ट पहुंची थीं। 26 अप्रैल 2022 को सिविल कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में श्रृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों के सत्यापन के लिए वीडियोग्राफी और सर्वे का आदेश दे दिया। विवाद यहीं से शुरू हुआ। ये मामला अब फास्ट ट्रैक कोर्ट में है।
उधर एक अन्य घटनाक्रम में हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के खिलाफ चौक थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि मुस्लिमों ने ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग को अपवित्र किया था। इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। उनकी मांग है कि मस्जिद कमेटी के खिलाफ पुलिस सख्त एक्शन ले।