जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पर्वत पर स्थित माता वैष्णो देवी के पवित्र धाम की यात्रा सात अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा खराब मौसम की संभावना को देखते हुए पांच अक्टूबर से सात अक्टूबर तक के लिए यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया। यात्रा के आठ अक्टूबर से फिर से शुरू होने की उम्मीद है।

बीती तीन अक्टूबर को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि नवरात्र के दौरान 1.70 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन किए । श्राइन बोर्ड ने X पर एक पोस्ट में कहा, “भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मौसम संबंधी परामर्श के मद्देनजर, वैष्णो देवी यात्रा पांच से सात अक्टूबर तक स्थगित रहेगी।”

किश्तवाड़ में मचैल माता यात्रा तीन दिन के लिए स्थगित

मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए ही किश्तवाड़ जिला प्रशासन ने मचैल माता तीर्थयात्रा को तीन दिनों के लिए स्थगित करने का फैसला किया है। किश्तवाड़ के जिलाधिकारी पंकज कुमार शर्मा ने एक आदेश में कहा कि आईएमडी की ओर से जारी खराब मौसम संबंधी चेतावनी के मद्देनजर एहतियात के तौर पर मचैल माता मंदिर की ओर तीर्थयात्रियों की आवाजाही पांच से सात अक्टूबर तक निलंबित रहेगी।

मचैल माता मंदिर का प्रवेशद्वार कहलाने वाले चिसोटी गांव में 14 अगस्त को बादल फटने की घटना के बाद अचानक आई बाढ़ से 65 लोगों (अधिकतम तीर्थयात्री शामिल) की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे और 32 अन्य का अभी तक पता नहीं चल पाया है। एक अन्य घटना में 26 अगस्त को वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन के कारण 34 तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे। (इनपुट – भाषा)

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