जम्मू कश्मीर के रियासी में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर निगरानी बढ़ा दी गई है। यह निगरानी आगामी नए साल के मौके पर तीर्थयात्रियों की संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बढ़ाई गई है। इसमें अधिक भीड़भाड़ वाले और संकरे मार्गों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

अधिकारियों ने कहा कि मंदिर और उसके आसपास विभिन्न लेयर की सुरक्षा व्यवस्था तैनात की जाएगी, जिसमें सीआरपीएफ, पुलिसकर्मी, मंदिर बोर्ड के सुरक्षाकर्मी और क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) के कर्मियों को शामिल रहेंगे।

सीईओ ने की हाई लेवल मीटिंग

अधिकारियों ने कहा कि श्री माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सचिन कुमार वैश्य की अध्यक्षता में एक हाई लेवल की मीटिंग की गई, जिसमें बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी, जिला प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि और अन्य लोग शामिल थे। बैठक में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और सुचारू तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने की व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।

आगे बताया कि इस बैठक के दौरान सीईओ ने संबंधित अधिकारियों को यात्रा मैनेजमेंट और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का निर्देश दिया।

आरएफआईडी कार्ड रखने वाले ही जा सकेंगे

अधिकारियों ने पीटीआई को बताया, आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) आधारित कंट्रोल के जरिए यात्रा के सख्त रेगुलेशन पर जोर दिया गया। साथ ही कहा गया कि केवल वैध आरएफआईडी कार्ड रखने वाले तीर्थयात्रियों को आगे जाने दिया जाए।

उन्होंने आगे कहा कि सचिन कुमार वैश्य ने किसी भी प्रकार की चूक से बचने के लिए प्रमुख चौकियों पर अतिरिक्त हाथों वाले आरएफआईडी स्कैनर और पर्याप्त सुरक्षाकर्मी की तैनाती के निर्देश भी दिए।

बैठक में यह भी बताया कि मंदिर के आसपास चौबीसों घंटें निगरानी की जा रही है, खासकर अधिक भीड़भाड़ वाले और व्यस्त स्थानों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा।

सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने को कहा गया

अधिकारियों ने आगे बताया कि अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के अधिकारियों को मार्ग के साथ जरूरी स्थानों पर फायर ब्रिगेड गाड़ियों को तैनात करने और सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए मंदिर क्षेत्र का व्यापक अग्नि सुरक्षा ऑडिट करने को कहा गया था।

अधिकारियों ने बताया कि तीर्थस्थल की पवित्रता और यात्रियों की सुरक्षा के लिए संबंधित एजेंसियों को मार्ग पर स्थित निजी प्रतिष्ठानों और सेवा संचालकों में कार्यरत व्यक्तियों का सत्यापन करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही आगे कहा कि अनधिकृत पार्किंग, विशेष रूप से बंगंगा क्षेत्र और तारकोटे मार्ग में, के कारण होने वाले यातायात अवरोधों को दूर करने को कहा गया है।

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