उत्तराखंड में ंबद्रीनाथ और माणा गांव के पास आए हिमस्खलन में अभी भी 22 मजदूर दबे हुए हैं। चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि 57 मजदूरों में से 35 को रेस्क्यू कर लिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद आज चमोली पहुंच रहे हैं, रात से ही वे अधिकारियों के संपर्क में है।
इस हादसे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने DG, ITBP और DG, NDRF से बात की है। सरकार ने इस हादसे के बाद हर सहायता का आश्वासन दिया है। एयरफोर्स की मदद भी ली जा रही है। इंडियन आर्मी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हिमस्खलन सुबह करीब सवा सात बजे आया, जिसमें माणा और बद्रीनाथ के बीच एक मजदूरों का कैंप प्रभावित हुआ। इस भूस्खलन की वजह से आठ कंटेनर्स और एक शेड में 57 मजदूर दब गए। घटना की जानकारी मिलते ही इंडियन आर्मी की टीमें तुरंत घटना स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए पहुंच गईं।
उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए हिमस्खलन के कारण बर्फ के नीचे से बचाए गए कम से कम तीन श्रमिकों के सिर में गंभीर चोटें आई हैं और फ्रैक्चर हुआ है, आईटीबीपी के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया। उत्तराखंड सरकार के अनुसार बचावकर्मियों ने गढ़वाल सेक्टर के माना गांव के पास जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (जीआरईएफ) कैंप में हुए हिमस्खलन में फंसे 55 श्रमिकों में से 49 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है।
सीएम ने निर्देश दिए कि भारी बर्फबारी के कारण जिन गांवों का संपर्क टूट गया है, वहां प्रशासन की टीम को भेजा जाए और उन्हें जिन चीजों की आवश्यकता हो तुरंत राशन, दवाइयों के साथ ही अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई जाए।
बद्रीनाथ और माणा घाटी में सर्दियों में होने वाले हिमस्खलन की घटनाएं आम बात हैं, लेकिन ताजा बर्फबारी के बाद जनवरी से मार्च के बीच हिमस्खलन की घटनाएं बढ़ जाती हैं। प्राकृतिक आपदा के डर से माणा और आसपास के गांवों में रहने वाले लोग हर साल सर्दियों के शुरू होने के बाद घाटी के निचले इलाकों में चले जाते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हवाई सर्वेक्षण के दौरान उन्हें यह आभास हुआ कि भारी बर्फबारी के कारण अलकनंदा नदी जम सी गई है।
बीजेपी सांसद ने कहा कि उत्तराखंड में चमोली जिले के माणा क्षेत्र में हुए हिमस्खलन में फंसे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के श्रमवीरों को बचाने का राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। मैं जिलाधिकारी के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन, BRO, सेना और ITBP की टीम से राहत एवं बचाव कार्यों को लेकर लगातार संपर्क में हूँ। राज्य सरकार मुस्तैदी से इस राहत एवं बचाव अभियान में लगी हुई है। मैंने आर्मी अस्पताल, जोशीमठ में वरिष्ठ डॉक्टरों से बात कर घायल श्रमवीरों के समुचित एवं बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। एक घायल श्रमवीर को एम्स ऋषिकेश में भी उपचार के लिए भर्ती किया गया है। मैंने एम्स, ऋषिकेश के डायरेक्टर से घायल श्रमवीर के लिए उत्तम स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के बारे में बात की है।
यूपी के बलिया के एक व्यक्ति के परिवार के सदस्य उसके भाग्य को लेकर चिंतित हैं, उनका कहना है कि वह उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन में फंस गया हो सकता है, जहां बचाव अभियान अभी भी जारी है। सेना के अनुसार शुक्रवार सुबह 5.30 से 6 बजे के बीच माना और बद्रीनाथ के बीच सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) शिविर पर हिमस्खलन हुआ, जिसमें आठ कंटेनरों और एक शेड के अंदर 55 श्रमिक दब गए।
माणा हिमस्खलन की घटना पर डीएम चमोली, संदीप तिवारी ने कहा, “55 में से 50 लोगों को बचा लिया गया है। उनमें से 24 को जोशीमठ लाया गया है और यहां उनका इलाज किया जा रहा है। रीढ़ की हड्डी में चोट वाले एक व्यक्ति को एयर एंबुलेंस के जरिए एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। बाकी 5 लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।”
शुक्रवार को भी पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई। मैदानी इलाकों में बारिश की वजह से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
चमोली हिमस्खलन की घटना पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि माणा के पास जो हुआ वो बेहद चिंताजनक है। वहां पहले भी ऐसे हिमस्खलन हो चुके हैं। उस इलाके में लगातार घटनाएं बढ़ रही हैं, ये चिंता की बात है।
सीएम धामी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए चिंतित हैं और नियमित अपडेट ले रहे हैं। सीएम ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे सहयोग के लिए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री का आभार जताया।
माणा हिमस्खलन की घटना पर पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने कहा, “बचाव अभियान जारी है। इस पूरे अभियान में 50 लोगों को बचाया गया है और दुर्भाग्य से बचाए गए लोगों में से 4 को गंभीर चोटें आई हैं, इसलिए इसमें 4 मौतें हुई हैं। घायलों को निकालने को प्राथमिकता दी गई है और वहां फंसे लोगों को निकालने को प्राथमिकता दी गई है।
चमोली जिले के हिमस्खलन प्रभावित इलाके में बचाव अभियान चलाते भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान। हिमस्खलन की घटना में 4 लोगों की मौत हो गई है।
आईटीबीपी के जवानों ने चमोली में बचाव अभियान चलाया। उत्तराखंड के चमोली जिले के उच्च ऊंचाई वाले माना गांव में बीआरओ कैंप में हिमस्खलन के कारण आई बर्फ से 50 मजदूरों को बाहर निकाला गया है, लेकिन शनिवार को उनमें से चार की मौत हो गई, जबकि बचाव दल शेष पांच मजदूरों को बचाने के लिए समय से जूझ रहा था। शुक्रवार को सुबह 5:30 से 6 बजे के बीच माना और बद्रीनाथ के बीच सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप में हिमस्खलन हुआ, जिससे आठ कंटेनर और एक शेड के अंदर 55 मजदूर दब गए।
माणा हिमस्खलन घटना: चमोली के माना क्षेत्र में खोज और बचाव कार्यों में तैनाती के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा ड्रोन आधारित इंटेलिजेंट बरीड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन सिस्टम को हवाई मार्ग से लाया जाएगा। सिस्टम को हवाई मार्ग से देहरादून लाया जाएगा, जहां से इसे हेलीकॉप्टरों के जरिए माना क्षेत्र में ले जाया जाएगा: भारतीय वायुसेना के अधिकारी
माणा हिमस्खलन की घटना पर डीएम चमोली, संदीप तिवारी ने कहा, “कल शुरू हुआ बचाव अभियान, कल 33 श्रमिकों को बचाया गया। आज 17 और बचाए गए हैं। कुल 50 लोगों को बचाया गया है, 5 लोग अभी भी लापता हैं और उनका पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है…”
माणा एवलांच की घटना पर जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने कहा, “दुर्भाग्य से, दो लोगों की मौत हो गई है। मौसम और सड़क की स्थिति अनुकूल होने पर यूएवी और रडार सहित सभी सहायता को सेवा में लगाया जाएगा। हताहतों को निकालने के लिए वर्तमान में हवाई प्रयास किए जा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सभी एजेंसियों के समन्वय से हम आज शाम तक ऑपरेशन पूरा कर लेंगे।”
चमोली DM संदीप तिवारी ने माणा हिमस्खलन पर कहा, “कल से शुरू हुए बचाव अभियान में कल 33 श्रमिकों को बचाया गया था। आज 17 और लोगों को बचाया गया है। कुल 50 लोगों को बचाया गया है, 5 लोग अभी भी लापता हैं और उनका पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है.
चमोली हादसे में अब मौत का आंकडा़ बढ़कर चार पहुंच चुका है, बताया जा रहा है कि पांच मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है। शनिवार सुबह से ही रेस्क्यू टीम ने अपना एक्शन तेज कर दिया था।
बताया जा रहा है कि चमोली हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है, डीएम ने खुद इस बात की पुष्टि कर दी है। असल में कई ऐसे मजदूर इस समय अस्पताल में भर्ती हैं जिनकी हालत कुछ गंभीर बताई जा रही है।
चमोली में रेस्क्यू ऑपरेशन अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है, सिर्फ 7 मजदूरों को बचाना रह गया है। माना जा रहा है कि थोड़ी देर में उनका भी रेस्क्यू हो जाएगा, मौके पर कई जवान मौजूद हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी को बचाया जा रहा है….सेना, NDRF, ITBP, जिला प्रशासन, आपदा प्रशासन सभी लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं…यहां पर बर्फबारी हुई है सभी मार्ग बंद हैं
सीएम पुष्कर सिंह धामी चमोली पहुंच चुके हैं। सबसे पहले उनकी तरफ से अधिकारियों से मुलाकात की गई है, उन्होंने जमीनी स्थिति का भी जायजा लिया है।
चमोली में रेस्क्यू ऑपरेशन काफी तेज कर दिया गया है, सुबह से ही कई मजदूरों को निकाला गया है। रेस्क्यू टीम के मुताबिक अब सिर्फ 8 मजदूरों का रेस्क्यू होना रह गया है।
सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि काल दूरभाष के माध्यम से माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान की विस्तृत जानकारी ली। जिन श्रमिकों को कल बाहर निकाल लिया गया था उनमें से गंभीर रूप से घायलों को हायर सेंटर भेजने के लिए एयरलिफ़्ट करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया है।
सीएम धामी ने इस हादसे को लेकर पीएम मोदी से बात की। इस बारे में उन्होंने कहा कि फ़ोन पर बात कर जनपद चमोली के माणा में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने प्रदेश में हो रही बारिश और हिमपात की स्थिति पर भी विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान प्रधानमंत्री जी ने केंद्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान किए जाने का आश्वासन दिया।
ताजा अपडेट के मुताबिक कई घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी 22 मजदूर फंसे हुए हैं, उनकी तलाश जारी है। अधिकारियों के मुताबिक बर्फ हटाने में समय लग रहा है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज चमोली पहुंच रहे हैं, जहां पर हादसा हुआ है, वहां पर वे स्थिति का जायजा लेंगे। वे दे रात से ही सभी अधिकारियों के संपर्क में है और लगातार निर्देश दे रहे हैं।
Chamoli Avalanche LIVE Updates: भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने उत्तराखंड के चमोली जिले में राहत कार्यों के लिए अपने मध्यम-लिफ्ट हेलिकॉप्टर Mi-17 V5s और हल्के हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा है। जैसे ही मौसम की स्थिति में सुधार होगा, भारतीय वायुसेना स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करके राहत कार्यों के लिए अपनी सामग्रियाँ तैनात करने के लिए तैयार हो जाएगी।
Mana Chamoli Avalanche LIVE: उत्तराखंड सरकार के मुताबिक, चमोली जिले के माणा में हुए हिमस्खलन से 33 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
Mana Chamoli Avalanche LIVE: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निकाले गए मजदूरों का विशेष ध्यान रखा जाए। सीएम ने माणा में हेलीपैड को प्राथमिकता पर खोलने के निर्देश दिए, साथ ही जोशीमठ स्थित आर्मी अस्पताल, जिला अस्पताल, एम्स ऋषिकेश में पर्याप्त व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घायलों को एमआई-17 हेलीकॉप्टर की मदद से लिफ्ट करने की भी तैयारी की जाए, जो कल माणा क्षेत्र के लिए रवाना होंगे।