कोरोना के बेकाबू होते संक्रमण के आगे आज हर कोई बेबस दिख रहा है। इतना ही नहीं तेजी से फैलते संक्रमण के आगे देश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था ने भी अपने घुटने टेक दिए है। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में कई ऐसे लोग हैं जो दूसरों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। कुछ ऐसी ही कहानी यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली अर्शी की है। अर्शी कोरोना संक्रमितों के लिए अपने पैसे से ऑक्सीजन सिलेंडर भरवा कर खुद ही उसे मरीजों तक पहुंचा रही है।
शाहजहांपुर के मदराखेल मोहल्ले में रहने वाली अर्शी के पिता की तबीयत थोड़े दिनों पहले बिगड़ गई थी। जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे अपने पिता के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने को कहा। अर्शी को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ी। काफी मशक्कतों और मेहनत के बाद एक समाजसेवी संस्था की मदद से उसके पिता के लिए सिलेंडर की व्यवस्था हो गई और उसके पिता की जान बच गई। पिता की तबीयत ठीक होने के बाद अर्शी ने यह ठान लिया कि वह अपने आस पास के लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भटकने नहीं देगी।
इसके बाद अर्शी ने कई लोगों के घर तक ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाई। अर्शी को जब भी व्हाट्सएप या फ़ोन के माध्यम से ऑक्सीजन की कमी की सूचना मिलती है तो वह अपने स्कूटी से और अपने खर्चे पर सिलेंडर भरवा कर लोगों तक ऑक्सीजन पहुंचाती है। अर्शी ने कहा कि वह शाहाबाद, हरदोई, यहां तक कि उत्तराखंड के कई जिलों से भी ऑक्सीजन भरवा कर लोगों को पहुंचा रही है। इस तरह से मरीजों की मदद करता देख लोगों ने उसे ऑक्सीजन वाली बिटिया कहना शुरू कर दिया है।
अर्शी अबतक करीब 20 ऑक्सीजन सिलेंडर लोगों के घर तक पहुंचा चुकी है। इस काम में अर्शी के भाई और उसके कुछ दोस्त भी उसकी मदद करते हैं। अर्शी कहती हैं कि इस दौर में अधिकांश व्यक्ति आज ऑक्सीजन के लिए परेशान है, ऐसे में अगर किसी ने भी मदद की है तो उससे प्रेरणा लेकर अन्य लोगों की भी मदद करनी चाहिए। उन्हें दूसरों की मदद करने में बेहद ही सुकून मिलता है।
