उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में स्थानीय प्रशासन की मदद करने विदेश एक्सपर्ट भी यहां पहुंच चुके हैं। इस बीच उत्तरकाशी के एसपी अर्पण यदुवंशी ने मीडिया से बातचीत में एक अच्छी खबर दी है।
एसपी अर्पण यदुवंशी ने ANI से बातचीत में कहा कि बहुत अच्छी प्रोग्रेस लग रही है। अभी तक ऐसी कोई रुकावट नहीं आई है। काफी जल्द उसको आर-पार कर लिया जाएगा ताकि हमारी दूसरी अतिरिक्त लाइफ लाइन शुरू हो जाए। उन्होंने आगे कहा, “क्योंकि उसका डायामीटर ज्यादा है पाइप का, अभी 6 इंच का है, तब ज्यादा चीजें जा सकेंगी।”
मजदूरों के रेस्क्यू संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि जितनी भी बेस्ट पॉसिबल एवेलेबल मशीनरी थी, तकनीकी उपकरण थे, वो सभी आ चुके हैं…एक्सपर्ट्स आ चुके हैं, राज्य सरकार ने समन्वय के लिए एक सीनियर IAS अधिकारी को नियुक्त किया है। काम बहुत अच्छी तरह से चल रहा है और हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं।
अब मजदूरों तक पहुंच सकेगी सब्जी और रोटी
न्यूज एजेंसी PTI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सोमवार को रेस्क्यू टीम को टनल में मलबे के आरपार 6 इंच का पाइप डालने में सफलता मिल गई। इस पाइप के जरिए सुरंग में फंसे हुए मजदूरों को ज्यादा मात्रा में खाना और जरूरी चीजें भेजी जा सकेंगी। इससे पहले एक चार इंच के पाइप के जरिए मजदूरों को फल, दवाइयां और ऑक्सीजन भेजी जा रही थी। अब नई पाइपलाइन के जरिए मजदूरों को सब्जी रोटी दी जा सकेगी।
न्यूज एजेंसी PTI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सोमवार को रेस्क्यू टीम को टनल में मलबे के आर-पार 6 इंच का पाइप डालने में सफलता मिल गई। इस पाइप के जरिए सुरंग में फंसे हुए मजदूरों को ज्यादा मात्रा में खाना और जरूरी चीजें भेजी जा सकेंगी। इससे पहले एक चार इंच के पाइप के जरिए मजदूरों को फल, दवाइयां और ऑक्सीजन भेजी जा रही थी। अब नई पाइपलाइन के जरिए मजदूरों को सब्जी रोटी दी जा सकेगी।
NHIDCL के डायरेक्टर अंसू मनीष कालखो ने 6 इंच के पाइप को मलबे के आर-पार पहुंचाने को पहली सफलता बताया। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम द्वारा 53 मीटर लंबा पाइप डाल दिया गया है। सुरंग में फंसे हुए मजदूर हमें सुन सकते हैं। आपको बता दें कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा गांव में बन रही टनल में 12 नवंबर को मलबा गिरने के कारण वहां 41 मजदूर फंसे हुए हैं।