हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान देने के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ़ जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही यति नरसिंहानंद के हिरासत में लिए जाने की भी खबर है। हालांकि अभी तक इस बारे में उत्तराखंड पुलिस की तरफ से कोई पुष्टि नहीं आई है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो चल रहा है जिसमें वो वसीम रिजवी की गिरफ़्तारी को लेकर बात करते हुए नजर आ रहे हैं।
जितेंद्र त्यागी उर्फ़ वसीम रिजवी को रुड़की के नारसन बॉर्डर से हरिद्वार की सीमा में प्रवेश करने पर गिरफ़्तार कर लिया गया। हिरासत में लेने के बाद उन्हें हरिद्वार कोतवाली में लाया गया। हरिद्वार के सिटी एसपी स्वतंत्र कुमार ने इसकी जानकारी दी। रिजवी के खिलाफ आईपीसी की धरा 153A के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
उत्तर प्रदेश शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी ने बीते साल 6 दिसंबर को ग़ाज़ियाबाद के डासना देवी मंदिर में इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया था। वसीम रिजवी के खिलाफ एक किताब के विमोचन कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मुहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी करने को लेकर भी एक मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में उनके खिलाफ दो मुक़दमे दर्ज किए गए थे।
बता दें कि पिछले साल 17 से 19 दिसंबर के बीच हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इस धर्म संसद के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिसमें धर्म संसद में भाग लेने वाले लोगों ने धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र उठाने, मुस्लिम प्रधानमंत्री न बनने देने, मुस्लिम आबादी न बढ़ने देने जैसी बातें कही थी। वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड के डीजीपी ने क़ानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया था और धारा 153A के तहत मामला दर्ज किया गया था।
धर्म संसद में दिए गए भड़काऊ भाषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 76 वकीलों ने CJI एनवी रमण को चिट्ठी लिखकर संज्ञान लेने का अनुरोध किया था। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखने वालों में दुष्यंत दवे, प्रशांत भूषण, वृंदा ग्रोवर, सलमान खुर्शीद जैसे नामचीन वकील शामिल थे। वकीलों ने इस मामले में न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की थी