Mansa Devi Temple Stampede: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार को हुई भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई है। भगदड़ के दौरान 35 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया है कि बिजली का करंट लगने की अफवाह की वजह से भगदड़ मची है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित तमाम नेताओं ने घटना पर गहरा दुख जताया है।
उत्तराखंड के आईजी कानून-व्यवस्था नीलेश भरणे के अनुसार, रविवार सुबह करीब 9 बजे भगदड़ की यह घटना हुई।
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन और सरकारी अमले के तमाम लोग मौके पर पहुंच गए। घटना के बाद लोगों को मंदिर के आसपास से हटाया गया है। गढ़वाल के मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे के मुताबिक घटना की मजिस्ट्रियल जांच की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने X पर कहा है कि मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। सीएम ने कहा है कि वह स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
बिजली का करंट लगने की अफवाह से मची भगदड़
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा, “हमें कुछ लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। लगभग 35 लोगों को अस्पताल लाया गया और 6 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बाकी का इलाज चल रहा है… प्रथम दृष्टया, मंदिर मार्ग से 100 मीटर नीचे सीढ़ियों पर बिजली का करंट लगने की अफवाह के कारण भगदड़ मची। हम जांच कर रहे हैं।”
हरिद्वार के डीएम मयूर दीक्षित ने कहा, “सुबह करीब 9 बजे हमें हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर की ओर जाने वाले पैदल मार्ग पर भगदड़ की सूचना मिली। अब तक छह लोगों की मौत हो गई है। घायलों का इलाज चल रहा है… जांच के बाद आगे की जानकारी शेयर की जाएगी।”
मनसा देवी से पहले इन जगहों पर भी मची है भगदड़, डरा रहा इस साल का आंकड़ा
मंदिर में हुई भगदड़ में घायल एक शख्स ने बताया, “अचानक वहां भारी भीड़ जमा हो गई और भगदड़ मच गई। इस दौरान मैं गिर गया और मेरा हाथ टूट गया।”
हरिद्वार में बड़ी संख्या में जुटे थे कांवड़िये
बताना होगा कि पिछले कुछ दिनों से हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के चलते बड़ी संख्या में कांवड़ियों का हुजूम लगा हुआ था। अब वहां से कावड़ियों के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ है। बताना होगा कि मनसा देवी और चंडी देवी जाने के लिए रोपवे का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन भारी भीड़ होने के कारण बड़ी संख्या में लोग रोपवे के बजाय लोग पैदल रास्ता चुन लेते हैं।
बिजली के करंट की अफवाह, जरूरत से ज्यादा भीड़…
मनसा देवी मंदिर का है पौराणिक महत्व
मनसा मंदिर बिल्व पर्वत पर स्थित है और सड़क से एक किलोमीटर दूर है। मंदिर तक रोपवे और सीढ़ियों से पहुंचा जा सकता है। मनसा देवी मंदिर में पूरे साल भक्तों की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्रि के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मां मनसा को शिव की मानस पुत्री माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि मनसा माता कश्यप ऋषि की पुत्री थी।