Social Media Post Controversy: उत्तराखंड के देहरादून में स्थित एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज में शनिवार को एक कश्मीरी लड़की को सोशल मीडिया पर देश-विरोधी पोस्ट करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। बताया गया है कि लड़की कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में बी. टेक कर रही है और थर्ड ईयर की छात्रा है। वह मूल रूप से श्रीनगर की रहने वाली है और अभी अपने घर पर ही है।

कॉलेज ने पत्र जारी कर कहा कि संस्थान को कुछ स्क्रीनशॉट मिले हैं जिनमें कहा गया है कि आरोपी छात्रा ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक कंटेट पोस्ट किया है। चिट्ठी में संस्थान ने सस्पेंशन की जानकारी देते हुए कहा, “हमारा संस्थान हमेशा से ऐसे एंटी-नेशनल (देश विरोधी) और एंटी-सोशल (समाज विरोधी) गतिविधियों के खिलाफ रहा है और हम इस तरह की हरकतों की निंदा करते हैं।”

कॉलेज के डिप्टी रजिस्ट्रार दिनेश अग्रवाल ने कहा कि लड़की से इस मामले में शनिवार को संपर्क किया गया था। उसने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हुए बताया कि पोस्ट में जो आईडी है वह उसकी नहीं है, लेकिन इसमें उसी की फोटो का इस्तेमाल किया गया है।

अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने के लिए छात्रा ने ट्विटर पर भी पोस्ट किया। उसने कहा कि मैं सभी को बता देना चाहती हूं कि मैं न तो आतंकियों और न ही आतंकवाद की समर्थक हूं। मैंने लॉकडाउन से पहले ही अपने इंस्ट्राग्राम अकाउंट को डिलीट कर दिया था। जिस आईडी से आपत्तिजनक पोस्ट हुआ वह मेरी फेक आईडी है। इसमें मेरा नाम भी गलत है, लेकिन तस्वीर मेरी ही इस्तेमाल हुई हैं। इसलिए मैंने यह ट्वीट किया है। मैं अपनी भारतीय सेना से प्यार करती हूं। जय हिंद।

कॉलेज रजिस्ट्रार का कहना है कि लड़की को सस्पेंड करने का फैसला बाकी छात्रों के बीच उसके प्रति आक्रामक रवैये को रोकने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि कॉलेज ने जिम्मेदार संस्थान की तरह यह ऐक्शन लिया। आगे कोई भी कार्रवाई पुलिस की छानबीन के बाद ही होगी। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने इस मुद्दे पर उन्हें फोन भी किया है। इस मामले में स्थानीय पुलिस के साथ साइबर सेल को स्क्रीनशॉट और पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए कह दिया गया है। हालांकि, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के इंजार्ज भरत सिंह का कहना है कि उन्हें अब तक कॉलेज से कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस ने भी ऐसी किसी शिकायत मिलने से इनकार किया।