उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत एक के बाद एक करके अजीबोगरीब बयान देकर बीजेपी को शर्मसार कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने जब उनकी पेशी लगाई तो अचानक वह कोरोना संक्रमित हो गए। उन्होंने खुद ट्वीट करके कहा, उनकी जांच की गई, जिसमें वह कोरोना पॉजीटिव निकले हैं। रावत के मुताबिक, फिलहाल वह आइसोलेशन में हैं।

अपने ट्विटर हैंडल @TIRATHSRAWAT से उन्होंने ट्वीट किया, मेरी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं ठीक हूं और मुझे कोई परेशानी नहीं है। डॉक्टर्स की निगरानी में मैंने स्वयं को आइसोलेट कर लिया है। आप में से जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे निकट संपर्क में आए हैं, कृपया सावधानी बरतें और अपनी जांच करवाएं। त्रिवेन्द्र सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला था।

रावत अपने विवादित बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान रावत ने कहा, हर घर को 5 किलो राशन दिया गया। जिनके 10 थे (एक घर में) उनको 50 किलो, 20 थे तो क्विंटल राशन दिया गया। कुछ को जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल भर मिला। इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए।

इससे पहले उन्होंने महिलाओं की फटी जींस को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि औरतों को फटी हुई जीन्स में देखकर हैरानी होती है। उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई तो उन्होंने कहा कि अगर किसी को उनकी बात का बुरा लगा है तो वो माफी चाहते हैं। इसके बाद विपक्ष ने उन पर ताबड़तोड़ हमले किए थे। बीजेपी नेतृत्व खुद भी मान रहा है कि रावत का बयान गलत है।

रामनगर के कार्यक्रम में ही रावत ये भी कह गए कि अमेरिका ने भारत को 200 साल तक ग़ुलाम बनाकर रखा। उन्होंने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत कोरोना संकट से निपटने के मामले में बेहतर काम कर रहा है। वहीं अमेरिका, जिसने हमें 200 साल तक गुलाम बनाए रखा और दुनिया पर राज किया, खुद कोरोना से संघर्ष कर रहा है।

रावत को हाल ही में उत्तराखंड की कमान मिली है। उसके बाद से वह बीजेपी नेतृत्व की ताराफी करते नहीं अघा रहे हैं। एक कार्यक्रम में उन्होंने यहां तक कह दिया कि भविष्य में पीएम नरेंद्र मोदी की पूजा भगवान राम की तरह से होगी। जैसे राम ने राजा रहते लोक कल्याण के काम किए वैसे ही पीएम मोदी भी भारत के लोगों के लिए कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी नेतृत्व को उनके बयान रास नहीं आ रहे हैं। इसी वजह से उन्हें दिल्ली तलब किया गया था। लेकिन कोरोना की आड़ लेकर रावत फिलहाल खुद को बचा ले गए।