उत्तर प्रदेश के रायबरेली में शिक्षिका को क्लास में छात्रों द्वारा पीटने का मामला सामने आया है। घटना के दौरान बच्चों ने शिक्षिका के साथ न सिर्फ बदतमीजी की, बल्कि उन्हें वॉशरूम में बंद भी रखा। पीड़िता ने जब इस बारे में पुलिस को शिकायत दी, तो उनकी सुनवाई नहीं हुई। मामला अधिकारियों के पास गया तो उनसे पीड़िता को जवाब मिला, “बच्चे हैं…वे जो चाहेंगे, करेंगे।”
यह मामला रायबरेली के गांधी सेवा निकेतन का है। क्लास में शिक्षिका की पिटाई से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर इस वक्त वायरल हो रहा है, जो कि उस दौरान सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। क्लिप की शुरुआत में टेबल पर रखा टीचर ममता दुबे का पर्स एक छात्र ने फेंक दिया था। शिक्षिका ने उसे जाकर उठाया, जिसके बाद बच्चे उनसे बहस करने लगे और अचानक से उन्होंने टीचर को घर लिया। फिर क्या था, देखते ही देखते वे उन्हें प्लास्टिक की कुर्सी से मारने लगे। देखें Video:
#WATCH A child welfare official, Mamata Dubey, was thrashed by students at Gandhi Sewa Niketan in Raebareli, yesterday. pic.twitter.com/ZCBGJeZ8Z3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 12, 2019
पीड़िता बाद में पुलिस के पास रिपोर्ट देने गईं, तो पुलिस ने सबूत के अभाव का हवाला देते हुए कार्रवाई न की। आरोप है कि घटना के बाद भी टीचर को बच्चों से मरवाया गया और गंदी-गंदी गालियां दिलाई गईं। वह इस स्थिति में बेहद घबराई हुई हैं और उन्होंने जिलाधिकारी से न्याय की मांग की है।
दुबे ने मंगलवार को समाचार एजेंसी ANI से आपबीती साझा की। बताया, “मुझे बच्चों ने वॉशरूम में बंद कर दिया था। मैंने इस बारे में जब अधिकारियों को शिकायत दी तो उनसे जवाब मिला- बच्चे हैं…वे जो चाहें, वे कर सकते हैं। मैं इसके बाद दो दिन बाद फिर स्कूल गई, तो छात्रों ने मुझे मारा-पीटा। मैंने इस बारे में जिला प्रशासन से भी शिकायत की है।