शहर को बिजली कटौती से निजात दिलाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के साथ मिलकर एक दीर्घकालिक योजना तैयार की है। इसके तहत 2021 तक 2200 मेगावाट बिजली आपूर्ति के लिए नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। इसी कड़ी में करीब 1100 करोड़ रुपए खर्च कर शहर में 7 नए सब स्टेशन बनाने की भी तैयारी है। सभी सब स्टेशन गैस इंसुलेटेड तकनीक पर काम करेंगे। यूपीपीसीएल ने प्राधिकरण से सभी स्टेशनों के लिए जमीन आबंटित करने को कहा है। बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, शहर के सबसे बड़े 400 केवी के दो सब स्टेशनों का निर्माण सेक्टर- 123 व 148 में कराया गया है, जबकि सेक्टर- 38ए, 45 में 220 केवी, सेक्टर- 63, 67 व 113 में 132 केवी के तीन सब स्टेशन बनाए गए हैं। इनसे औद्योगिक, संस्थागत, कमर्शियल और आवासीय इलाकों मे बिजली आपूर्ति की जा रही है।
जानकारों के मुताबिक, गैस इंसुलेटेड सब स्टेशन काफी कम जमीन में बनाए जा सकते हैं। साथ ही इनकी मरम्मत की जरूरत भी कम होती है। शहर में बिजली की मौजूदा मांग करीब 1700- 1800 मेगावाट है। 2021 तक इस मांग के 2000-2200 मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है। इस मांग को पूरा करने के लिए सेक्टर-14, 15ए, 20, 27, 33, 43, 48, 51 और 70 में 33 केवी के नए सब स्टेशन बनाए जाएंगे। दो साल के भीतर निर्माण पूरा कर इन्हें शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। तय योजना के मुताबिक काम पूरा होने पर शहरवासियों को आने वाले समय में कटौती झेलनी नहीं पड़ेगी।