यूपी सरकार के मंत्री ने राज्य में ‘गाय सफारी’ बनाने का प्रस्ताव रखा है। मंत्री के अनुसार, इससे आवारा पशुओं की समस्या से निजात पायी जा सकती है। बता दें कि यह प्रस्ताव योगी सरकार में डेयरी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने दिया है। डेयरी विकास मंत्री ने अपने विभाग के अधिकारियों से जमीन के बड़े हिस्से की पहचान करने के भी निर्देश दिए हैं, जहां पर आवारा पशुओं को रखा जा सके और वो वहां पर खुलेआम घूम-फिर सकें।

लक्ष्मी नारायण चौधरी जल्द ही इस प्रस्ताव को सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने रख सकते हैं। सीएम के साथ बैठक में इस प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा होगी। यूपी सरकार के डेयरी विकास मंत्री ने कहा कि ‘इन इलाकों को बाद में सफारी के तौर पर भी विकसित किया जा सकता है, जैसा कि मथुरा में किया गया है। वहां पशुओं को रखा जाता है, लेकिन उन्हें बांधा नहीं जाता और बहुत से लोग उन्हें देखने जाते हैं।’

मंत्री का कहना है कि ये सफारी पर्यटन स्थल भी बन सकती हैं और इनसे आवारा पशुओं को नया जीवन भी मिल जाएगा। मंत्री ने इसके साथ ही लोगों को आवारा पशुओं को गोद लेने की भी अपील की है। उन्होंने नोडल अधिकारियों को 5 दिसंबर से लेकर 10 दिसंबर तक गौशालाओं की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि वहां पर पर्याप्त दवाईयां और चारे का इंतजाम किया जा सके। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आवारा पशुओं को ठंड से बचाने के भी इंतजाम किए जाएं।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में बन रही गौशालाओं में अभी तक सभी आवारा पशुओं को शिफ्ट नहीं कर सके हैं, जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा कई बार इसके लिए डेडलाइन तय की जा चुकी है।

बता दें कि 2017 में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य में गौवध पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। इसके चलते राज्य में आवारा पशुओं की तादाद काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है। ग्रामीण इलाकों में इन आवारा पशुओं के चलते किसानों की फसलों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। बीते दिनों कई जगहों से खबर आयी थी कि आवारा पशुओं को प्राथमिक विद्यालयों में बंद कर दिया गया, जिससे स्कूलों में भी एक-दो दिनों तक छुट्टी रखनी पड़ी थी। वहीं कुछ जगहों पर प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों में भी आवारा पशुओं को बंद करने की खबरें सामने आयीं थी।