सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एक आपत्तिजनक ट्वीट करने पर कानपुर जिला न्यायालय के वकील को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वकील के खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वकील की पहचान अब्दुल हन्नान के रुप में हुई है। दरअसल राज्य के सूचना विभाग के मीडिया एडवाइजर शलभ मणि त्रिपाणी ने शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो शेयर किया था।
इस वीडियो में सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा में सीएए और एनपीआर का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई को सही बता रहे थे। शलभमणि त्रिपाठी ने वीडियो के कैप्शन में लिखा कि “तुम कागज नहीं दिखाओगे, और दंगा भी फैलाओगे, तो हम लाठी भी चलवाएंगे, घरबार भी बिकवाएंगे….और हां पोस्टर भी लगवाएंगे।”
इसी ट्वीट के रिट्वीट करते हुए अब्दुल हन्नान ने रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ को ‘आतंकवादी’ बता दिया। एक अन्य ट्वीट में हन्नान ने ये भी ऐलान किया कि वह प्रदर्शनकारियों को मुफ्त में कानूनी मदद मुहैया कराएंगे और हन्नान ने सभी ‘संविधान के चाहने वालों’ से अपील भी की कि वह इस ट्वीट को शेयर करें।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमने व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और उसे गिरफ्तार कर उसे कोर्ट के सामने पेश किया या और फिर जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या व कुछ अन्य भाजपा नेताओं के पोस्टर लगाकर उन्हें ‘दंगाई’ बताया गया था। इस मामले के सोशल मीडिया में आने के बाद यह काफी वायरल हो गया था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया था।