उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद बुलडोजर की कार्रवाई लगातार जारी है। इस क्रम में बीते शनिवार को कानपुर में बहुजन समाज पार्टी के नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर मोहम्मद आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट के घर के बाहर बुलडोजर की कार्रवाई हुई। बता दें कि कानपुर नगर निगम ने पप्पू स्मार्ट के घर के बगल में बनीं सभी अवैध दुकानों पर बुलडोजर चलाया।
वहीं बुलडोजर की कार्रवाई से पहले वहां ढोल बजाकर मुनादी कराई गई। इसके अलावा कार्रवाई के दौरान किसी बवाल की आशंका को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल व पीएसी के जवान भी तैनात किये गये थे।
गौरतलब है कि 20 जून 2020 में बसपा नेता पिंटू सेंगर की चकेरी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 15 आरोपियों को जेल भेजा था। इसमें पप्पू स्मार्ट को मुख्य आरोपी बनाया गया था जोकि अभी जेल में है। पुलिस के मुताबिक अपने घर के बगल पप्पू स्मार्ट ने अवैध तरीके से कब्जा करके 20 फीट तक फुटपाथ पर आठ दुकाने बनवाई थीं। पप्पू ने इन दुकानों को किराये पर दे रखा था।
बता दें कि बुलडोजर की कार्रवाई कोई अचानक नहीं हुई। इसको लेकर कानपुर नगर निगम की तरफ से कई बार नोटिस भेजा गया था। लेकिन नोटिस पर कोई वाजिब जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद शनिवार को ढोल बाजे के साथ अवैध संपत्ति को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।
गौरतलब है कि यह कार्रवाई करीब चार घंटे तक चली। इतना ही नहीं गैंगस्टर के मुकदमे में पप्पू स्मार्ट के मकान को भी सील कर दिया गया। ढोल बाजे के साथ मौके पर प्रशासन को देख लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गई। जिसके बाद पुलिस ने लाठी पटककर सबको वहां से खदेड़ दिया। वहीं एहतियात के दौर कार्रवाई के दौरान रूट पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी। जिसकी वजह से लोगों को घूमकर जाना पड़ा।
कार्रवाई को लेकर डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने जानकारी दी कि आरोपी पप्पू स्मार्ट के बाकी के साथियों की अवैध संपत्ति की केडीए, नगर निगम की मदद से जांच की जा रही है। जांच खत्म होते ही उनपर भी कार्रवाई की जाएगी।