उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पवित्र नगरी अयोध्या में प्रभु श्रीराम की एक विशेष मूर्ति का अनावरण किया है। शुक्रवार (सात जून, 2019) को इस कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा कि उनकी दिली इच्छा है कि वहां जल्द से जल्द भगवान राम का भव्य मंदिर बने। उन्होंने आगे कहा, “पूरे विश्व की अपेक्षाओं के अनुरूप मैं चाहता हूं कि अयोध्या में जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण हो। पिछली सरकारों ने प्रभु राम से दूरी बनाए रखी, पर हमने अयोध्या के जरिए दुनिया में पहचान बनाई। हर कोई चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बने।”

बकौल बीजेपी सीएम, “भारतीय संविधान की मूल प्रति पर भगवान राम की तस्वीर बनी है।” हाल ही में निपटे आम चुनाव में पार्टी की जीत का जिक्र करते हुए वह बोले कि देश की जनता ने नकारात्मक राजनीति को नकार दिया है। अयोध्यावासियों की बेहतरी के लिए अनेक विकास योजनाएं शुरू की गई हैं। अयोध्या भगवान राम की नगरी है और जब हमारी पार्टी सत्ता में आई तो जिले का नाम बदलकर अयोध्या किया गया और उसी के नाम पर नगर निगम की स्थापना भी की गई।

सीएम योगी के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से देर शाम इस प्रतिमा के अनावरण को लेकर फोटो भी शेयर किया गया। देखें, उनका ट्वीटः


योगी ने उस दौरान विवादित स्थल पर बने अस्थाई राम मंदिर में पूजा-अर्चना की। बाद में राम जन्मभूमि न्यास के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मदिन समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शिरकत की, जबकि प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर भी दर्शन के लिए गए। सीएम ने इसके अलावा सरयू किनारे राम की पैड़ी का निरीक्षण भी किया था।

क्यों खास है मूर्ति?: प्रभु श्रीराम की यह प्रतिमा लकड़ी से तैयार की गई है। कर्नाटक शैली में बनी मूर्ति राम के पांच स्वरूपों में से एक (कोदम्ब राम) को प्रदर्शित करती है। मूर्ति पर बारीक चित्रकारी की गई है और यह सात फुट लंबी (इंसान की लंबाई से थोड़ा ऊपर) है। योगी सरकार ने इसे कावेरी कर्नाटक स्टेट आर्ट एंड क्राफ्ट एंपोरियम से तकरीबन 35 लाख रुपए में खरीदा है। यही नहीं, यह साल 2017 में राष्ट्रपति सम्मान से भी नवाजी जा चुकी है, जबकि इसके मूर्तिकार एमएम भी सम्मान पा चुके हैं। यह मूर्ति अयोध्या शोध संस्थान के शिल्प संग्रहालय में रखी जाएगी।

(पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)