उत्तर प्रदेश की आतंकी निरोधी दस्ते को बड़ी कामयाबी मिली है। यूपी  ATS की टीम ने वाराणसी से एक संदिग्ध आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया है। ATS की टीम अभी इस संदिग्ध एजेंट से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट को चंदौली के पड़ाव क्षेत्र से सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। चंदौली के मुगलसराय थाना के चौरहट का रहने वाला राशिद अहमद 2018 में कराची में रहने वाली अपनी मौसी के यहां गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके बाद वहां वो आईएसआई के संपर्क में आया।

यह भी जानकारी सामने आ रही है कि वो मार्च 2019 से वह पैसे के बदले देश के महत्वपूर्ण स्थानों और सैन्य ठिकानों की तस्वीरें आईएसआई को भेजता था। एटीएस के इंस्पेक्टर शैलेन्द्र त्रिपाठी और उनकी टीम ने राशिद के मोबाइल से महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं।राशिद को लखनऊ ले जाकर उससे पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार राशिद से पूछताछ के लिए मिलिट्री इंटेलिजेंस और आईबी की दो अलग-अलग टीमें लखनऊ स्थित एटीएस कार्यालय पहुंची हैं।

बताया जा रहा है कि देश की अहम सूचनाएं लीक करने के एवज में रशीद को पाकिस्तान की तरफ से गिफ्ट भी भेजा जाता था। फिलहाल रशीद से यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उसने भारत के किन-किन सुरक्षा प्रतिष्ठानों की डिटेल्स को पाकिस्तान से साझा किया था। इसके अलावा एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि पाकिस्तान किस माध्यम से उसे पैसे और गिफ्ट भेजता था। एटीएस रशीद के पास मिले एक मोबाइल फोन की डिटेल्स भी खंगाल रही है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राशिद पाकिस्तानी सेना के इशारे पर जोधपुर में सेना के मूवमेंट की जानकारी देने में लगा था। वहीं वाराणसी कैंट, सीआरपीएफ अमेठी की जानकारी आईएसआई को भेजी भी गई थी। वह लगातार व्हाट्सएप पर फ़ोटो भेज रहा था। फिलहाल राशिद वाराणसी में पोस्टर और बैनर लगाने का काम करता है। साल 2017 और 2018 में राशिद पाकिस्तान जा चुका है।

बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी हैंडलर के कहने पर रशीद को दो भारतीय सिम दिए गए थे। आरोपी के पास से पेटीएम के माध्यम से 5 हजार रुपये बरामद हुए हैं।