पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत विरोधी एजेंडा लेकर अमेरिका यात्रा पर गए थे। पाकिस्तान के सैन्य अफसरों और कूटनीतिज्ञों ने बड़ी मेहनत करके भारत के खिलाफ एक डॉजियर तैयार किया था, जो कि नवाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को सौंपा भी, लेकिन दांव उलटा पड़ गया।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने शरीफ को कुछ सबूत सौंपे हैं, जिनसे यह साफ हो गया है कि गुरुदासपुर आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी।
अमेरिका ने पाकिस्तान को जो सबूत सौंपे हैं, वे ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित हैं। तीन महीने पहले गुरुदासपुर में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें पंजाब पुलिस के लिए कई जवान और अफसर शहीद हो गए थे। इस हमले में मारे गए आतंकियों से जीपीएस सिस्टम भी बरामद हुआ था।
अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि भारत में लगातार आतंकी हमलों हो रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे जा रहे हैं। अगर यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो भारतीय सेना पाकिस्तान में मौजूद आतंकी शिविरों पर हमले के लिए विवश हो जाएगी। अमेरिका ने स्पष्ट शब्दों में पाकिस्तान को नसीहत दी है कि वह दोनों देशों के आम नागरिकों पर युद्ध न थोपे।
सूत्रों की मानें तो शुरुआत में पाकिस्तानी डिप्लोमेट साजिश से इनकार करते रहे, लेकिन जब सबूत पेश किए गए तो वे लाजवाब हो गए और कहने लगे कि हमले के पीछे पाकिस्तान सरकार या उसके किसी अधिकारी की भूमिका नहीं है।
अमेरिकी अधिकारी पाकिस्तानी सेनाप्रमुख रहील शरीफ की वॉशिंगटन यात्रा के दौरान भी लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ ठोस कार्रवाई का दबाव बनाएंगे। नवाज की यात्रा के बाद होने वाला पाकिस्तानी सेनाप्रमुख का अमेरिका दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।