अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जे ऑस्टिन (US Defence Secretary Lloyd J Austin) रविवार को अपनी आधिकारिक यात्रा पर भारत आने वाले हैं। लॉयड जे ऑस्टिन चार देशों के दौरे पर हैं। जनवरी 2021 में रक्षा मंत्री का कार्यकाल संभालने के बाद यह लॉयड जे ऑस्टिन की दूसरी भारत यात्रा है। यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच रक्षा साझेदारी को और मजबूत करना है। भारत दौरे के दौरान अमेरिकी रक्षा मंत्री भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) से मुलाकात करेंगे।
अमेरिकी रक्षा मंत्री की भारत यात्रा महत्वपूर्ण
रक्षा मंत्री ऑस्टिन की नई दिल्ली यात्रा प्रमुख रूप से भारत-अमेरिका के नए रक्षा इनोवेशन और औद्योगिक सहयोग की पहल को आगे बढ़ाने और अमेरिका और भारतीय सेनाओं के बीच परिचालन सहयोग का विस्तार करने के प्रयासों को जारी रखने पर केंद्रित होगी।
पेंटागन ने रक्षा मंत्री ऑस्टिन की यात्रा के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, “सिंगापुर के बाद, मंत्री ऑस्टिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य नेताओं से मिलने के लिए नई दिल्ली जाएंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत US-India Major Defence Partnership का आधुनिकीकरण करना जारी रखेंगे। यह यात्रा नए रक्षा इनोवेशन और औद्योगिक सहयोग की पहल में तेजी लाने और अमेरिकी और भारतीय सेनाओं के बीच परिचालन सहयोग का विस्तार करने के लिए चल रहे प्रयासों को और आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करती है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की जून में व्हाइट हाउस की आगामी यात्रा को देखते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री की यात्रा काफी महत्वपूर्ण है। भारत यात्रा से पहले ऑस्टिन ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग में भाग लिया और उनका सबसे पहला पड़ाव टोक्यो में था जहां उन्होंने जापानी रक्षा मंत्री यासुकासु हमादा (Japanese Defence Minister Yasukasu Hamada) और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने जापान में तैनात अमेरिकी सैनिकों से भी मुलाकात की।
भारत को NATO में शामिल करने की सिफारिश
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे से ठीक पहले एक शक्तिशाली कांग्रेस कमेटी ने भारत को शामिल कर नाटो प्लस को मजबूत करने की सिफारिश की है। यह कदम चीन को डराने की चाल है। समिति द्वारा “चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्धा” जीतने के लिए पांच सदस्यीय समूह में भारत को शामिल करने का सुझाव दिया गया है।