मेघालय में समर्पण करने वाले एक उग्रवादी की पुलिस मुठभेड़ में मौत होने के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच रविवार को शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया गया और कम से कम चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शिलांग में रविवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है।

उन्होंने बताया कि ईस्ट खासी हिल्स, वेस्ट खासी हिल्स, साउथ खासी हिल्स और री-भोई जिले में शाम छह बजे से 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया। गृह सचिव सीवीडी डिंगदोह ने पुलिस मुख्यालय से रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि तोड़फोड़ की कुछ घटनाएं सामने आई हैं जिनसे सार्वजनिक शांति और सद्भाव बिगड़ने का खतरा है तथा सार्वजनिक सुरक्षा को क्षति हो सकती है।

चेरिस्टरफील्ड थांगखियु नामक उग्रवादी के समर्पण करने के बाद पुलिस ने एक मुठभेड़ में 13 अगस्त को उसे मार दिया था। थांगखियु के शव को रविवार को दफनाया गया जिसके बाद इन क्षेत्रों से हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं। पुलिस ने बताया कि 2018 में समर्पण करने के बाद थांगखियु ने आईईडी विस्फोटकों से किये गए कई हमलों की साजिश रची थी।

मोबाइल इंटरनेट बंद करने के निर्णय की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव ने कहा, “एसएमएस, व्हाट्सऐप और फेसबुक, ट्विटर तथा यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया मंचों का ऐसे चित्रों, वीडियो और संदेश के प्रसार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, जिनसे कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है।” ईस्ट खासी हिल्स जिला प्रशासक इसवांदा लालू द्वारा जारी किये गए एक आदेश से कर्फ्यू लागू किया गया।

कांग्रेस ने मुठभेड़ में उग्रवादी की मौत के मामले को लेकर एमएचआरसी से जांच की मांग की है। कांग्रेस सचिव एवं पूर्व मंत्री अम्परीन लिंगदोह ने एक बयान में कहा, ‘‘नागरिकों ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस और पीड़ित परिवार दोनों से वास्तविक जरूरी तथ्य की पुष्टि के लिए मेघालय मानवाधिकार आयोग को इस संबंध में स्वतंत्र जांच करनी चाहिए।’’