छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता फूलोदेवी नेताम ने छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। नेताम ने कहा कि उन्हें किसी ने भी इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा था। वह चाहती हैं कि किसी अन्य महिला को इस पद पर काम करने का अवसर मिले, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है।
प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेताम ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा कि महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेटा डिसूजा जी के मार्गदर्शन में वो अपने सात वर्षों तक बखूबी काम करती रहीं। लेकिन अब मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करके किसी अन्य महिला साथी को काम करने का अवसर दिया जाए। नेताम ने अपने में ट्वीट में कहा कि पार्टी को सुदृढ़ करने के लिए समर्पित कार्यकर्ता के रूप में सदैव की भांति कार्यरत रहेंगी।
51 वर्षीय नेताम राज्य के बस्तर क्षेत्र के कोंडागांव जिले की निवासी हैं। वह राज्य की वरिष्ठ आदिवासी नेता हैं। वह 1998 से 2003 तक अविभाजित मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा की सदस्य रही हैं। वह साल 2020 से कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा सदस्य बनीं। राज्य से राज्यसभा की पांच सीटें हैं, जिनमें से चार पर कांग्रेस तथा एक पर भारतीय जनता पार्टी की सदस्य है।
छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी दल कांग्रेस में संगठन और सरकार के स्तर पर तेजी से बदलाव हो रहा है। पार्टी ने पिछले सप्ताह प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को हटाकर बस्तर क्षेत्र के सांसद दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया था। दूसरे दिन बृहस्पतिवार को वरिष्ठ आदिवासी नेता प्रेमसाय सिंह टेकाम ने मंत्री पद से त्यागपत्र दिया था। उसके बाद मरकाम ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
अपने घर को सुधार रही कांग्रेस, तभी टीएस सिंह देव को बनाया डिप्टी सीएम
कांग्रेस लगातार अपने घर को दुरुस्त रखने के लिए काम कर रही है। इसी कड़ी में असंतुष्ट टीएस सिंह देव को डिप्टी सीएम बनाया गया है। टीएस काफी समय से सीएम भूपेश बघेल से नाराज थे। हाईकमान को पता था कि उनकी नाराजगी चुनाव में कांग्रेस के लिए बेवजह का सिरदर्द बन सकती है।