आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। बीजेपी भी पांच राज्‍यों में होने वाले चुनावों में अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है, इसलिए अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्‍यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई है। चुनाव को लेकर होने वाली इस बैठक में पार्टी अध्‍यक्ष जय प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय चुनाव समिति के अन्‍य नेता मौजूद रहेंगे।

बीजेपी की सेंट्रल इलेक्‍शन कमेटी चुनाव रणनीति और फैसले लेने के लिए पार्टी की सबसे बड़ी कमेटी है। वैसे तो चुनाव समिति की बैठक चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद होती है पर इस बार बीजेपी पहले ही तैयारी में लग गई है। क्‍योंकि राजस्‍थान एवं छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं, वहीं मध्‍य प्रदेश में भी पार्टी को कठिन संघर्ष करना पड़ेगा। कर्नाटक में मिली हार के बाद बीजेपी दूध का जला छाछ भी फूंककर पीना चाहती है।

सूत्रों के अनुसार बैठक में में पार्टी चुनावी रणनीति के अलावा कांग्रेस के चुनावी वादों को लेकर भी मंथन हो सकता है। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने जनता को गारंटी देने का वादा किया था, जो कि बहुत हद तक कारगर साबित हुआ। अब बीजेपी इसी का काट खोजने में लगी हुई है।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीकर कांग्रेस राष्‍ट्रीय स्‍तर पर भी बहुत हद तक मजबूत होकर उभरी है। साथ ही गठबंधन में उसका कद बढ़ रहा है। इसके बाद विरोधी दलों ने एक साथ मिलकर महागठबंधन INDIA बनाया है जो 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देगा।अगर आगामी विधानसभा चुनाव में INDIA गठबंधन चुनाव में सफल होता है तो निश्चित रूप से कांगेस के लिए यह संजीवनी का काम करेगा। ऐसे में बीजेपी के लिए अभी से सक्रिय होना लाजिमी है।