उत्‍तर प्रदेश के मैनपुरी में 40 दलितों के कथित तौर पर ईसाई बनने की घटना के बाद रविवार को बजरंग दल और हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं दलितों के एक दल से भिड़ गए। हिंदूवादी संगठनों के कथित धर्मांतरण के बाद एक दलित के घर पहुंचने के बाद यह घटना घटी। मैनपुरी के बजरंग दल जिला संयोजक सुशील यादव, हिंदू जागरण मंच के उपाध्‍यक्ष राजेश तिवारी और महासचिव अरुण मिश्रा को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने दलित युवक राज कुमार जाटव और हिेंदू जागरण मंच कार्यकर्ता संतोष कुमार की शिकायत पर एफआर्इआर दर्ज की है। अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। ओछा एसएचओ उमेश नाथ मिश्रा ने बताया,’ शुरुआती जांच में सामने आया है कि कई साल पहले ईसाई बन चुके दलितों का दल रविवार को नगला राम सिंह गांव में ईस्‍टर मना रहा था। संजय जाटव के घर में कार्यक्रम रखा गया था। एटा और फिरोजाबाद जिलों से लगभग 20 लोग कार्यक्रम में शामिल होने आए हुए थे।’

हिंदू जागरण मंच के संतोष कुमार ने पुलिस को बताया कि बजरंग दल जिला संयोजक सुशील यादव को सूचना मिली थी कि कुछ दलितों का जबरदस्‍ती धर्म परिवर्तन किया जा रहा है। लगभग एक दर्जन बजरंग दल और हिंदू जागरण मंच कार्यकर्ता घटना की जानकारी के लिए नगला राम सिंह गांव पहुंचें। गांव प्रधान शेलेंद्र यादव से मिलने के बाद वे राम लाली के घर गए। हमने मालिक को घर से बाहर आने को कहाद्य। वह कई लोगों के साथ बाहर आया। हमने पूछा कि क्‍या धर्म बदलने के लिए कार्यक्रम रखा गया है। इस बात से युवक लड़ने लग गए और हमें चले जाने को कहा। जब हमने कहा कि धमकाओ मत तो उन्‍होंने डंडों से हमला बोल दिया। उन्‍होंने पत्‍थर भी फेंके। कई और लोग भी उनके साथ आ गए और हमें डंडो, रॉड और पत्‍थरों से पीटा।

एसएचओ ने बताया कि झगड़े की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन ईस्‍टर मना रहे लोग वहां से फरार हो गए। संतोष कुमार ने एफआईआर में आरोप लगाया कि जब उन्‍होंने जबरदस्‍ती धर्म परिवर्तन रोकने की कोशिश की तो संजय जाटव ने 20 अन्‍य लोगों के साथ हमला किया। एक अन्‍य एफआर्इआर राज कुमार जाटव की शिकायत पर दर्ज की गर्इ। इसमें सुशील यादव, अरुण मिश्रा, राजेश तिवारी, श्‍याम चरण और पांच अन्‍य पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया गया है।