उन्नाव में हालिया रेप कांड की पीड़िता को आग की लपटों से झुलसते देख चश्मदीद बेहद घबरा गया था। पीड़िता को शुरुआत में पास से जलते देख वह उसे शैतानी साया समझ बैठा था। गुरुवार को चश्मदीद के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि गंभीर रूप से झुलसी पीड़िता करीब एक किलोमीटर तक चलते हुए मदद की गुहार लगाती रही। वह गंभीर रूप से झुलस गई थी और मदद के लिए बुरी तरह चीख-चिल्ला रही थी।

प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, पीड़िता की नाजुक हालत देख किसी ने भी उसकी मदद के लिए आगे आने की हिम्मत न की। उन्हें खुद लगा कि वह इंसान नहीं, बल्कि कोई शैतानी साया है। युवती जब उनके करीब पहुंची तो वह भी घबरा गये लेकिन कुछ ही क्षणों बाद उन्हें माजरा समझ में आ गया।

चश्मदीद ने इसके बाद पुलिस की 112 नम्बर सेवा पर फोन किया। युवती ने बाद में खुद पुलिस को आपबीती सुनाई। उसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस उसे अपने साथ ले गई।

बता दें कि यूपी में कानपुर से सटे उन्नाव में 23 साल की महिला ने दो युवकों पर 12 दिसंबर 2018 को रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़िता इसी मामले के मुकदमे की पैरवी के सिलसिले में रायबरेली रवाना होने के लिए सुबह करीब चार बजे रेलवे स्टेशन जा रही थी। अचानक रास्ते में उन्हीं दोनों युवकों ने अपने साथियों की मदद से उस पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी।

जानकारी के मुताबिक, हादसे में 90 फीसद तक उसका शरीर जल चुका है, जिसके बाद आनन-फानन उसे लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया, मगर हालत बेहद नाजुक होने की वजह से उसे गुरुवार देर शाम एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अस्पताल लाया गया।