रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) से विकसित मानव रहित हवाई यान (UAV) ड्रोन रविवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव के खेत में गिर पड़ा। परीक्षण उड़ान के दौरान यूएवी-तापस (UAV-TAPAS-07A-14) नाम के यह हवाई यान जिले के हिरियूर तालुक में वड्डिकेरे गांव के बाहर गिरा। हादसे के बाद यह पूरी तरह से टूट गया और उसके पुर्जे खेत में बिखर गए।
घटना के समय तेज आवाज हुई। इसको सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी। अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि डीआरडीओ रक्षा मंत्रालय को दुर्घटना के बारे में जानकारी दे रहा है और इसके पीछे की वजह की जांच कर रहा है।
केंद्र सरकार जल्द ही ड्रोन संचालन के नए नियम लाएगी
उधर, केंद्र सरकार जल्द ही ड्रोन संचालन के लिए नए नियम लाने जा रही है। इसके तहत देश में यदि कोई भी व्यक्ति ड्रोन का इस्तेमाल करना है, तो उसे तय नियम प्रक्रिया का सख्ती से पालन करना होगा और अपना पंजीकरण भी सरकारी एजंसी के पास दर्ज कराना होगा।
गृहमंत्री अमित शाह के मुताबिक देश में पहली बार ये नियम तैयार किए जा रहे हैं और इनकी मदद से ड्रोन संचालन की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। गृहमंत्री ने बताया कि इस तकनीक का प्रयोग देश में सीमा वर्ती इलाकों में तस्करी व मादक पदार्थ के प्रयोग को रोकने में भी किया जा सकता है। जल्द ही इन नियमों को जारी किया जाएगा।
दुनियाभर में ड्रोन की नई-नई तकनीक सामने आ रही है। ड्रोन तकनीक की मदद से कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य या सीमा क्षेत्र में रहकर भी नए ड्रोन को चला सकता है। ड्रोन के संचालन की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से इसका खतरा भी बढ़ रहा है।