केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते की प्रगति को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि भारत प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अमेरिका के साथ बातचीत में सरकार, देश और जनता के हितों की रक्षा करेगी। गोयल ने आगे कहा कि जल्दबाजी में उठाया गया कोई भी कदम ठीक नहीं है। देश की सभी व्यापार संबंधी वार्ताएं ‘भारत पहले’ के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही हैं। क्योंकि 2047 को ध्यान में रखते हुए विकसित भारत की नींव सुनिश्चित की जा रही है।

गोयल ने आगे कहा कि इस वर्ष शरद ऋतु तक दोनों देशों ने समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा गया है। साल 2030 तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान की 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना करके हुए 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना इस समझौते का मुख्य उद्देश्य है।

भारत और इटली के बीच व्यापार बढ़ाने की आवश्यकता

पत्रकारों से बात करते हुए गोयल ने कहा कि हमने पहले भी कई बार कहा है कि हम बंदूक की नोक पर बात नहीं करते हैं। कोई भी काम समयबद्ध तरीके से करना अच्छा होता है। देशहित और जनहित की जब बात हो तो किसी भी तरह की जल्दबाजी अच्छी नहीं होती है। भारतीय-यूरोपीय यूनियन व्यापार समझौते पर बोलते हुए गोयल ने कहा कि दोनों संघों के बीच व्यापार वार्ता तब आगे बढ़ती है जब दोनों पक्ष एक दूसरे की आवश्यकताओं और चिताओं के प्रति संवेदनशील होते हैं।

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वहीं भारत-इटली व्यापार मंच पर गोयल ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को जल्दी से पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। ऐसे में इस कदम से दोनों पक्षों को आर्थिक संबंधों को मदद मिल सकेगी। गोयल ने कहा कि भारत-पश्चिमी एशिया और यूरोप गलियारे के तहत भारत और इटली को एक दूसरे के करीब आने का अवसर प्रदान करता है। गोयल ने आगे कहा कि भारत और इटली के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।