केन्द्रीय मंत्री के ओएसडी द्वारा रेल मंत्री पीयूष गोयल के कामकाज पर सवाल उठाए गए हैं। जिसके चलते रेल मंत्रालय ने इस पर आपत्ति जताते हुए अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का फैसला किया है। खास बात ये है कि रेल मंत्री पर आरोप लगाने वाला अधिकारी भी रेलवे से ही है। दरअसल एक लेख में उक्त अधिकारी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल के कामकाज पर सवाल उठाए और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की बुद्धिमत्ता पर भी टिप्पणी की। रेल मंत्री पीयूष गोयल पर आरोप जीतेंद्र सिंह के ओएसडी (ऑन स्पेशल ड्यूटी) और साल 2005 बैच के भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS)के अधिकारी संजीव कुमार ने अपने एक लेख में लगाए हैं। जिस से नाराजगी जाहिर करते हुए रेलवे के एक आधिकारिक दस्तावेज से उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की सूचना दी गई है।
पीटीआई की एक खबर के अनुसार, रेलवे बोर्ड सचिव रंजनेश सहाय ने उक्त अधिकारी की शिकायत करते हुए डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DoPT) विभाग को बीते 28 दिसंबर 2018 को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में कहा गया है कि अधिकारी का लेख अनुचित था और आधिकारिक डिकोरम का उल्लंघन था। अधिकारी ने लेख में भारत सरकार के सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की बुद्धिमत्ता पर सवाल उठाने के अलावा रेल मंत्री पर भी आरोप लगाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि संजीव कुमार रेल मंत्रालय की कुछ शाखाओं की कथित अनुचित कार्यप्रणाली को लेकर चिंता जाहिर करते रहे हैं। संजीव कुमार ने यह लेख http://www.railsamachar.com और http://www.nationalwheels.com में छपे हैं।
एक अधिकारी ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर खुलासा करते हुए बताया कि संजीव कुमार द्वारा लिखे गए लेख में कहा गया है कि रेल मंत्रालय में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में तुरंत दखल देने की जरुरत है। बता दें कि रेल मंत्रालय में इससे पहले भी एक अधिकारी का ट्रांसफर भी शिकायत के बाद हो चुका है। दरअसल 1994 बैच के आईआरपीएस के अधिकारी चेतन प्रकाश जैन का तबादला कर दिया गया था। दरअसल चेतन प्रकाश जैन और कुछ अन्य अधिकारियों ने एक ज्ञापन सौंपकर कैडर रिव्यू कमेटी की सिफारिशों से असहमति जाहिर की थी। जिसके बाद चेतन प्रकाश जैन का तबादला कर दिया गया था।