केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी गणतंत्र दिवस तक एक हाइब्रिड एरोबैट चलने की उम्मीद कर रहे हैं जो जल और जमीन को आपस में जोड़ेगी। इंडियन एक्सप्रेस के दिल्ली कॉन्फिडेंशियल में छपी खबर के मुताबिक केंदीय मंत्री की यह भी योजना है कि एविएशन तकनीक से कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज और वाराणसी के बीच गंगा पर तीर्थयात्रियों को लाने ले जाने के लिए फेरी बने। उन्होंने कहा कि रूसी तकनीक का इस्तेमाल कर एक लैंड क्रूजर इंजन और हवाई जहाज के पंखों से लैस यह 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक अगर यह कामयाब रहा तो एक और क्रूज बनेगा जो दिल्ली से आगरा ताजमहल देखने जाने वालों के लिए आपस में जोड़ेगा।
पता होना चाहिए कि नितिन गडकरी ने शुक्रवार (21 दिसंबर, 2018) को यह भी कहा कि भारतीय ई-रिक्शा विनिर्माताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाना चाहिए जो लंबे समय तक चल सके। गडकरी तब इलेक्ट्रिक वीकल्स एक्सपो-2018 के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता मानकों पर ध्यान नहीं देने वाले उत्पादकों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। केंद की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री गडकरी ने कहा, ‘मैं ई-रिक्शा बनाने वाले उद्यमियों से निवेदन करता हूं कि वे गुणवत्तापूर्ण वाहन बनाएं। घटिया वाहनों की वजह व्यापार का नाम बदनाम होगा। बड़े विनिर्माता भी ई-वाहन क्षेत्र में आ रहे हैं क्योंकि सिर्फ गुणवत्तापूर्ण उत्पाद ही चल पाएंगे।’
गडकरी ने विनिर्माताओं से खुद मानकों का विनिमयन करने को कहा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक रिक्शा के लिए सरकार ने कोई विनिमयन मानक तय नहीं की है, क्योंकि उससे उत्पादकों और ग्राहकों को असहूलियत हो सकती है। मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन पेट्रोल और डीजल से चालित वाहनों की तुलना में कम खर्चीला और व्यावहारिक है। उन्होंने परिवहन ईंधन के रूप में इथेनॉल और मेथनॉल का उपयोग करने की सलाह दी। (एजेंसी इनपुट सहित)