कोलकाता के जाधवपुर यूनिवर्सिटी (JU) में एबीवीपी के कार्यक्रम में बृहस्पतिवार (19 सितंबर, 2019) को जमकर बवाल हुआ। एबीवीपी के इस कार्यक्रम में आसनसोल से भाजपा सांसद और केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। सुप्रियो का यहां गाना गाने का कार्यक्रम था।
एबीवीपी की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम का वाम समर्थित छात्र संघ एसएफआई और आइसा विरोध कर रहा था। बाबुल सुप्रियो दोपहर 2.45 बजे गेट नंबर 3 से यूनिवर्सिटी पहुंचे। इस बीच छात्रों ने केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाए। विरोध करने वाले छात्र उन्हें यूनिवर्सिटी से वापस जाने को कह रहे थे। छात्रों का कहना था कि केंद्रीय मंत्री ‘फासीवादी’ ताकतों का प्रतिनिधित्व करते हैं। छात्र भाजपा की तरफ से एनआरसी देश के अन्य हिस्सों, खास कर पश्चिम बंगाल में लागू किए जाने के रुख से भी नाराज थे।
प्रदर्शनकारी छात्रों और केंद्रीय मंत्री के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि उन्हें किसी ने लात मारी और उनके बाल खीचें। तस्वीरों में उनकी शर्ट फटी हुई दिखाई दे रही है। अंग्रेजी अखबार ‘टेलीग्राफ’ ने एक फोटो ऐसी भी छापी है, जिसमें बाबुल एक छात्र की कॉलर पकड़े दिखाई दे रहे हैं।

इस बीच यूनिवर्सिटी के वीसी वहां पहुंचे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बवाल शांत होने के बाद कार्यक्रम में शामिल होने को कहा। इस पर मंत्री ने उनकी बात नहीं मानी। बाद में केंद्रीय मंत्री केपी बसु मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बावजूद बाहर छात्र नारेबाजी करते रहे। वापस जाने के समय भी हंगामा हुआ।
बाबुल सुप्रियो ने टेलीग्राफ अखबार पर एकतरफा और गलत रिपोर्टिंंग का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए वीडियो शेयर कर यह आरोप लगाया और अपना पक्ष रखा। देखें- बाबुल द्वारा शेयर किया गया वीडियो:
This is the video which shows:
1. I WASN’T elbowing anyone rather I ws being pushed & manhandled with my shirt torn
2. It wasn’t a girl either-it was BEARDED GUY as clearly seen in the VDO
If @Telegraph doesn’t apologise tomorrow for their false biased reporting, I’ll sue them pic.twitter.com/scFd7iHjWa— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) September 21, 2019
दोपहर से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन रात होते-होते राजनीतिक लड़ाई में बदल गया। पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ को इसमें बीच बचाव के लिए आना पड़ा। धनखड़ अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ रात 8.10 बजे कैंपस पहुंचे। छात्रों ने गवर्नर का भी घेराव कर लिया। यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के बीच बचाव करने के बाद गवर्नर किसी तरह से बाबुल सुप्रियो को वहां से लेकर गए।
वहीं , कुछ लोगों ने यूनिवर्सिटी गेट नंबर 4 के पास साइकिलों में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए। माना जाता है कि ये सभी संघ परिवार के समर्थक थे।
इस घटना के बाद लोकसभा चुनावों के दौरान हुए बवाल की याद ताजा हो गई। तब अमित शाह के रोड शो के दौरान माहौल काफी गरम हो गया था। विद्याचंद्र सागर की प्रतिमा भी तोड़ दी गई थी।