केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर कोई हिन्दू लड़की को छूए तो वो हाथ नहीं बचने चाहिए। कर्नाटक में एक कार्यक्रम के दौरान हेगड़े ने अपने संबोधन में कहा, “हमें अपने समाज की प्राथमिकताओं के बारे में विचार करना होगा। हमें जाति के बारे में नहीं सोचना चाहिए। यदि एक हिन्दू लड़की को कोई हाथ छूता है तो वह हाथ नहीं बचना चाहिए।”
यह पहली बार नहीं है जब केंद्रीय मंत्री ने इस तरह का विवादित बयान दिया है। केरल के सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के दावे के बाद उन्होंने कहा था, “राज्य की विजयन सरकार पूरी तरह फेल हो गई। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का प्रवेश दिनदहाड़े हिंदुओं का रेप है। वामपंथियों के पूर्वाग्रहों की बजाय केरल के मुख्यमंत्री का पूर्वाग्रह लोगों में भ्रम पैदा कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से मैं सहमत हूं लेकिन जनभावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना कानून-व्यवस्था संभालना सरकार का काम होता है। केरल की सरकार इस मामले में पूरी तरह विफल साबित हो गई।”
#WATCH: Union Minister Ananth Kumar Hegde in Kodagu, “We have to rethink about priorities of our society. We shouldn’t think of caste. If a Hindu girl is touched by a hand, then that hand should not exist.” #Karnataka pic.twitter.com/4uVNnIrNeu
— ANI (@ANI) January 27, 2019
केंद्रीय मंत्री ने धर्मनिरपेक्षता को लेकर भी एक ऐसा बयान दिया था, जिससे विवाद शुरू हो गया था। उन्होंने कहा था, “जो लोग धर्मनिरपेक्ष होते हैं, वे अपनी जड़ों से अनजान होते हैं। एक नई परंपरा चलन में है जिसमें लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने लगे हैं। मुझे खुशी होगी कि अगर कोई गर्व से यह कहता है कि वह लिंगायत, ब्राह्मण, हिंदू, मुस्लिम या ईसाई है। इससे पता चलता है कि उस व्यक्ति को यह मालूम है कि उसकी रगो में कौन सा खून है। जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं, मुझे नहीं पता कि उन्हें क्या कहकर बुलाना चाहिए।”
बता दें कि अनंत कुमार हेगड़े शुरू से ही दक्षिणपंथी राजनीति से जुड़े रहे हैं। छात्र जीवन में वे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सदस्य थे। इसके बाद उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने के लिए कदंब समूह की स्थापना की। पहली बार वर्ष 1996 में वे लोकसभा पहुंचे और उसके बाद से उत्तर कन्नड़ संसदीय क्षेत्र से लगातार पांच बार चुनाव जीत चुके हैं।