सीबीआई को लेकर सीजेआई की टिप्पणी के बाद से हंगामा मचा हुआ है। हाल ये है कि अब कानून मंत्री को सफाई देनी पड़ रही है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि अब सीबीआई पिंजरे का तोता नहीं है। पहले की सरकारें दखल देती थी।
कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने जोर देकर कहा कि सीबीआई अब “पिंजरे का तोता” नहीं है, बल्कि सीबीआई देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के रूप में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब सरकार में बैठे लोग कभी-कभी जांच में समस्या बन जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होता है।
रिजिजू ने आगे यह भी कहा कि पहले की सरकारों में कुछ अधिकारियों को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, वे अब अस्तित्व में नहीं हैं। रविवार को एक ट्वीट में रिजिजू ने कहा- “सीबीआई अब पिंजरे का तोता नहीं है, बल्कि वास्तव में वो भारत की शीर्ष आपराधिक जांच एजेंसी के रूप में अपना कर्तव्य निभा रही है”।
इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने सीबीआई के जांच अधिकारियों के एक सम्मेलन में दिए गए अपने भाषण का एक छोटा सा वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में रिजिजू को बोलते हुए सुना जा सकता है- “एक समय था, मुझे अच्छी तरह याद है कि जो लोग सरकार में बैठते थे, वे कभी-कभी जांच में समस्या बन जाते थे”।
आगे उन्होंने कहा कि आज देश का नेतृत्व एक ऐसे प्रधानमंत्री के पास है, जो खुद भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में मुख्य भूमिका निभा रहा है। रिजिजू ने कहा- “मैं उन कठिनाइयों को जानता हूं जब सत्ता में बैठे लोग भ्रष्टाचार में शामिल होते थे, सीबीआई के लिए तब काम मुश्किल हो जाता था। तब हमने अतीत में न्यायपालिका से कुछ कड़ी टिप्पणियां सुनी हैं। अब हमने एक लंबा सफर तय कर लिया है”।
बता दें कि एक अप्रैल को सीबीआई के 19वें डी पी कोहली मेमोरियल लेक्चर को संबोधित करते हुए, भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना ने कहा था कि सीबीआई की विश्वसनीयता खतरे में हैं। क्योंकि सीबीआई के कार्यों और निष्क्रियता ने कुछ मामलों में सवाल उठाए हैं। जिसे लेकर लोग अब इसे संदेह की नजर से देखने लगे हैं।