तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर यूनिट से प्रदूषण फैलने के विरोद में हुए प्रदर्शन में 13 लोगों की मौत हो गई। गुस्साए लोगों को रोकने के लिए पुलिस की फायरिंग के कारण लोगों की जानें गईं। इस मामले में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने अजीब बयान दिया है। इस बड़ी घटना के बारे में उन्होंने कहा है कि अखबारों में कुछ इसके बारे में पढ़ा है। समाचार एजेंसी एएनआई से जारी ट्वीट में हर्षवर्धन का बयान है-मैने अखबारों में कुछ पढ़ा है, हम देख रहे हैं कि आखिर सचमुच में क्या हुआ।यह सब चीजें पिछली सरकार के कार्यकाल में घटित हुईं, मगर मैं इसमें शामिल होकर मुद्दा नहीं बनाना चाहता।
बता दें कि तूतीकोरिन में वेदांता स्टरलाइट कॉपर यूनिट है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि यूनिट के संचालन से इलाके में भारी प्रदूषण फैल रहा है। जिससे मानव स्वास्थ्य खतरे में है, इस नाते यूनिट का संचालन बंद होना चाहिए। इसको लेकर मंगलवार(22 मई) और बुधवार(23 मई) को प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में 13 लोगों की मौत हो गई।लोग यूनिट से प्रदूषण फैलने का विरोध कर रहे थे। इस दौरान पुलिस गोलीबारी में प्रदर्शनकारियो की मौत हुई, वहीं 70 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है।
I’ve read something about it in newspapers. We’ll certainly look into what’s actually happening. All this happened in tenure of last govt. But I don’t want to get into that & make an issue out of it: Dr Harsh Vardhan, Union Environment Min on Anti-Sterlite protests #Thoothukudi pic.twitter.com/ta6cJgSPod
— ANI (@ANI) May 26, 2018
तमिलनाडु में यह घटना बड़ा मुद्दा बन गई।जिसके बाद विपक्ष डीएमके ने पूरे प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन शुरू किया। स्थानीय लोग पिछले सौ दिन से इस प्लांट को बंद कराने की मांग को लेकर संघर्षरत रहे। कोई कार्रवाई न होने पर भीड़ आक्रामक हुई तो तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी।घटना के बाद से स्टरलाइट का परिचालन ठप है। उधर तमिलनाडु प्रदूषण बोर्ड ने कॉपर स्मेल्टर सुविधा के परिचालन के लिए लाइसेंस नवीनीकरण का आवेदन खारिज कर दिया है।