एयरपोर्ट से छोटा राजन को कार में बिठाकर नई दिल्ली ले जाती पुलिस टीम (प्रेम नाथ पांडे)
छोटा राजन ने बाली में संवाददाताओं को बताया था ‘‘मुंबई पुलिस के कुछ लोगों’’ के दाऊद के साथ संपर्क हैं। उसने आरोप लगाया था, ‘‘मुंबई पुलिस ने मुझपर बहुत ‘अत्याचार’ किए हैं।’’
जब तक सीबीआई महाराष्ट्र के मामलों को अपने हाथ में लेने की औपचारिकताएं पूरी नहीं कर लेती, तब तक राजन को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की हिरासत में रखा जाएगा जिसने राजन के खिलाफ छह मामले दर्ज किए हैं।
27 साल फरार रहने के बाद आखिरकार 6 नवंबर को अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन आखिरकार दिल्ली लाया गया। सीबीआई की अगुआई में इंडोनेशिया गई टीम तड़के उसे लेकर बाली से दिल्ली पहुंची। उसके खिलाफ दिल्ली और मुंबई में कई केस दर्ज हैं। सीबीआई के लिए सबसे बड़ी चुनौती उससे दाऊद गैंग से जुड़ी जानकारियां निकलवाना होगी।
दाऊद को भारतीय वायुसेना के गल्फस्ट्रीम-III विमान से लाया गया। दिल्ली में उतारते ही उसे जांच एजेंसियां किसी गुप्त ठिकाने पर ले गईं। कड़ी सुरक्षा में अफसरों का काफिला सुबह 5.30 बजे पालम (एयरपोर्ट) इलाके से गुजरता देखा गया।
बाली एयरपोर्ट पर छोटा राजन (फोटो- एजेंसी)
काफिले की ही किसी एक गाड़ी में छोटा राजन बैठा था। सभी गाड़ियों में काले शीशे लगे थे। राजन की तस्वीर लेने के लिए प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कैमरामैन जमा थे, पर सभी को निराशा ही हाथ लगी। दाऊद के भारत आने से पहले ही महाराष्ट्र सरकार ने उससे जुड़े सारे मामले सीबीआई के हवाले कर दिए। जबकि, कुछ ही दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा था कि राजन को मुंबई लाया जाएगा। उसे रखने के लिए आर्थर रोड जेल में अंडा सेल भी तैयार करा लिया गया था।
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छोटा राजन की कहानी: टिकटों की कालाबाजारी से खुला डॉन बनने का रास्ता, एक मर्डर ने बनाया दाऊद का साथी
सोमवार को बाली में छोटा राजन (फोटो- एजेंसी)
राजन को इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर 25 अक्तूबर को बाली हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया था। उस समय वह ऑस्ट्रेलिया से इंडोनेशिया लौटा ही था।
बाली स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को, पास के एक पर्वत पर स्थित ज्वालामुखी से राख और गुबार निकलने के कारण बंद कर दिया गया था, जिसके चलते राजन का प्रत्यर्पण एक दिन के लिए टल गया था।
राजन को लेकर आ रहे विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद, इंडोनेशिया में भारत के राजदूत गुरजीत सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘छोटा राजन को सफलतापूर्वक भारत भेज दिया गया। बाली हवाईअड्डे के बंद होने के कारण हो रही देरी समाप्त हुई। सहयोग के लिए इंडोनेशिया का शुक्रिया।’’ राजन हत्या, रंगदारी, तस्करी और मादक पदार्थों की तस्करी सहित 75 से ज्यादा मामलों में वांछित है।
मुंबई पुलिस के पास छोटा राजन के खिलाफ लगभग 70 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 20 मामले हत्या के हैं। चार मामले आतंकी एवं विध्वंसक गतिविधियां (रोकथाम) कानून के, एक मामला आतंकवाद रोकथाम कानून का और 20 से ज्यादा मामले कठोर कानून महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत दर्ज हैं।
दिल्ली पुलिस के पास राजन के खिलाफ छह मामले दर्ज हैं। एक समय पर राजन भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद का करीबी सहयोगी था लेकिन वर्ष 1993 के मुंबई विस्फोटों की साजिश से पहले ये दोनों अलग हो गए थे।
वर्ष 2000 में दाऊद के गुर्गों ने बैंकॉक के एक होटल में राजन का पता लगा लिया था और उस पर जानलेवा हमला किया था लेकिन वह होटल की पहली मंजिल से कूदकर नाटकीय ढंग से बच निकलने में सफल रहा था।