नई पॉलिसी के तहत अगर आप दो साल तक जीमेल, ड्राइव या फोटो सविर्सेस में सक्रिय नहीं रहते हैं तो गूगल आपका अकाउंट हटा (डिलीट कर) देगा। जिन गूगल वन सदस्यों का स्टोरेज डाटा दायरे में है, उन पर नई नीति लागू नहीं होगी। अगर आपकी संग्रहण क्षमता दो साल तक ज्यादा रही तो जीमेल, ड्राइव और फोटो से जुड़ी सामग्रियां गूगल हटा देगा।

यह नौबत क्यों और कैसे आई? दरअसल, दुनियाभर में गूगल की सेवाएं 14 दिसंबर शाम करीब 40 मिनट तक ठप रहीं। भारतीय समय के मुताबिक, शाम करीब 5:25 बजे परेशानी शुरू हुई और शाम 6:10 पर दुरुस्त हुर्इं। इस दौरान गूगल की 19 सेवाएं ठप रहीं। जीमेल, यूट्यूब, गूगल ड्राइव, गूगल मीट जैसी सेवाएं ठप रहीं। गूगल पर निर्भर कंपनियों में अफरा-तफरी रही। भले ही 45 मिनट में सेवाएं दुरुस्त हो गर्इं पर गूगल की सेवाएं ठप रहने से कई तरह की अफवाहें चल निकलीं।

गूगल के आधिकारिक बयान के मुताबिक, इंटरनल स्टोरेज कोटा के मुद्दे की वजह से करीब 45 मिनट के लिए सेवाएं ठप हो गर्इं। इन 45 मिनट में उपयोक्ता परेशान रहे। सभी सेवाएं दोबारा चालू की गर्इं। कंपनी ने भरोसा दिया कि भविष्य में यह समस्या दोबारा न आए, इसके लिए कई तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं।

इससे पहले गूगल वर्क स्पेस स्टेटस डैश बोर्ड ने 14 दिसंबर को शाम 5:25 बजे कहा कि समस्या की पहचान कर ली है और जल्द ही हम इसे दूर कर लेंगे। गूगल की सेवाएं गड़बड़ाने से सिर्फ जीमेल और यूट्यूब के दुनिया भर में 350 करोड़ उपयोक्ता प्रभावित हुए।

ऐसा बहुत ही कम होता है कि किसी कंपनी की सभी सेवाएं एक साथ ठप हो जाएं और सभी उपयोक्ताओं के सामने हाथ पर हाथ धरे रहने की नौबत आ जाए। सभी एक साथ समस्या महसूस करें। दरअसल, हर कंपनी हर क्षेत्र के लिए अपने उपयोक्ताओं को सेवाएं देने के लिए कई सर्वर का इस्तेमाल करती है। इन सर्वर में भी कई बैकअप बनाए गए हैं, जो किसी भी गड़बड़ी के सामने आने पर तत्काल सक्रिय होते हैं।

फिर भी 14 दिसंबर को जिस पैमाने पर गूगल की सेवाएं प्रभावित हुर्इं। पीक पर डाउनडिटेक्टर डॉट कॉम ने दुनियाभर के अलग-अलग हिस्सों में 1.12 लाख शिकायतें यूट्यूब पर और 40 लाख शिकायतें जीमेल पर दर्ज किए। यह समस्या भविष्य में न आए, उसके लिए गूगल ने अपनी नई डाटा संग्रहण नीति तैयार की है।

गड़बड़ी से सबक लेते हुए कई इंतजाम किए हैं। इसके तहत आप अगर दो साल तक स्टोरेज लिमिट से बाहर नहीं जाते या निष्क्रिय नहीं रहते तो आप पर नई नीति बेअसर रहेगी। यह नीति एक जून 2021 को लागू होने वाली है। यानी अब एक जून 2023 के बाद ही आपकी कोई सामग्री हटाई जाएगी- कंटेंट डिलीट किया जाएगा।

एक जून 2021 के बाद यदि आप स्टोरेज लिमिट के बाहर होते हैं या निष्क्रिय रहते हैं तो गूगल आपको ईमेल रिमाइंडर और नोटिफिकेशन भेजेगा और उसके बाद ही आपका कंटेंट डिलीट करेगा। भले ही आपका कंटेंट डिलीट हो जाए, आप साइन-इन कर सकेंगे।

कैसे सक्रिय रहेगा खाता

आपको अपने गूगल खाते की स्टोरेज कोटा नीति समझनी होगी। आप अपने गूगल अकाउंट स्टोरेज को देखकर जीमेल, गूगल ड्राइव और गूगल फोटो पर स्टोरेज से अनावश्यक कंटेंट डिलीट कर अतिरिक्त जगह को खाली कर सकते हैं। ‘इनएक्टिव अकाउंट मैनेजर’ आपको सामग्री प्रबंधन करने में मदद करेगा। अगर आप तीन से 18 महीने के लिए गूगल अकाउंट इस्तेमाल नहीं करते तो आपको सूचना दी जाएगी।