केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने दयाशंकर सिंह के टिप्पणी विवाद पर बीएसपी सुप्रीमों मायावती का बचाव किया है। बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह ने मायावति पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उनकी तुलना वेश्या से कर दी थी। जिसके बाद यह मामला भड़क गया। बीजेपी ने इसके बाद दयाशंकर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्काशित कर दिया। उमा भारती ने 20 साल पुराने एक घटना को याद दिलाते हुए कहा कि जब 20 साल पहले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मायावती जी पर गेस्ट हाउस में हमला किया था तब बीजेपी ने ही उनकी मदद की थी हम आज भी वैसे ही हैं।
दयाशंकर सिंह के द्वारा किए गए अपमान का हमने प्रायश्चित्त किया है। हमने दयाशंकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की है। मैं समझ सकती हूं एक महिला होने के नाते उन्हें कैसा लग रहा होगा। उमा भारती ने इसके आगे कहा कि मायावतीजी पर फिर कभी हमला हुआ हम फिर उनके साथ खड़े होंगे लेकिन अगर वो इसका इस्तमान अगले विधानसभा चुनाव में करना चाहती हैं तो उन्हें यह भूल जाना चाहिए। इसीबीच मायावती ने कहा है कि अगर बीजेपी स्वयं दयाशंकर के खिलाफ केस दर्ज करा देती तो वो उनका दिल जीत लेती। इसी विवाद में विरोध जताने के लिए बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार (21 जुलाई) को राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में प्रदर्शन किया। इस दौरान बेहद तल्ख और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया गया। बसपा कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और सिंह को दलित एक्ट के तहत गिरफ्तार करने की जोरदार तरीके से मांग की।